महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों से पहले एक सनसनीखेज आपराधिक घटना ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। शनिवार रात बांद्रा इलाके में एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता और पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रतिष्ठित और बड़ा नाम थे। उनकी हत्या से राज्य की सियासत में उबाल आ गया है।
सीएम शिंदे का बयान: हमलावरों की गिरफ्तारी का दावा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाबा सिद्दीकी की हत्या पर अपना बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “बाबा सिद्दीकी पर जानलेवा हमला हुआ है और उनकी मौत की खबर आई है। पुलिस कमिश्नर ने मुझे बताया है कि घटना में शामिल हमलावरों में से एक हरियाणा और दूसरा उत्तर प्रदेश से है। पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है और अब तक 2 शूटरों को गिरफ्तार किया जा चुका है, एक अभी भी फरार है।”
बड़े गैंगस्टर के शामिल होने की संभावना
पुलिस ने दावा किया कि घटना के 10 मिनट के भीतर ही शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, इस मामले में एक बड़े गैंगस्टर के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस टीम घटना स्थल पर मौजूद है और मामले की जांच जारी है।
डिप्टी सीएम फडणवीस का हॉस्पिटल दौरा
हत्या के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस बाबा सिद्दीकी के परिवार से मिलने और हालात का जायजा लेने के लिए हॉस्पिटल पहुंचे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई क्राइम ब्रांच ने उत्तर प्रदेश एसटीएफ और हरियाणा सीआईए से संपर्क साधा है, ताकि मामले की गहनता से जांच हो सके।
शरद पवार का बयान: कानून-व्यवस्था पर सवाल
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, “राज्य की ध्वस्त कानून-व्यवस्था चिंता का विषय है। मुंबई में बाबा सिद्दीकी पर गोलीबारी की घटना खेदजनक है। इसकी गहन जांच होनी चाहिए और सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। बाबा सिद्दीकी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।”
अजित पवार की प्रतिक्रिया: निंदनीय और दर्दनाक घटना
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने ट्वीट कर इस हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “मेरे सहयोगी और मित्र बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर बेहद दुखद और चौंकाने वाली है। यह एक कायरतापूर्ण हमला है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।” उन्होंने बाबा सिद्दीकी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और घटना पर शोक व्यक्त किया।
इस हत्या ने महाराष्ट्र की राजनीति को हिला कर रख दिया है और राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। मामले की जांच तेजी से जारी है, और आने वाले दिनों में इस पर और अधिक खुलासे होने की संभावना है।