लखनऊ: दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एन0एस0एस0ओ0) के सहयोग से “19वीं आईसीएलएस की सिफारिशों पर आंतरिक अध्ययन” विषयक एक दिवसीय आंचलिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के संबंधित आंचलिक अधिकारियों एवं कार्मिकों ने प्रतिभाग किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता महानिदेशक संस्थान, अपर मुख्य सचिव एल0 वेंकटेश्वर लू ने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रो0 मधूसूदन स्वामी (विजिटिंग फैकल्टी, एल0बी0एस0 प्रशासनिक अकादमी, मसूरी), डॉ0 हीरालाल (विशेष सचिव उ0प्र0 शासन), मनोज कुमार (उप-महानिदेशक, एन0एस0एस0ओ0) और अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
महानिदेशक ने प्रतिभागियों को बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को समझने में सहायता करना है। उन्होंने एन0एस0एस0ओ0 द्वारा 2017 से जारी पेरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसमें श्रमिक सांख्यिकी के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाता है।
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उप-महानिदेशक मनोज कुमार ने बताया कि जिनेवा में आयोजित 19वीं श्रम सांख्यिकीविदों के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में श्रम मानकों में संशोधन किया गया है, जिसमें रोजगार, बेरोजगारी और अल्प रोजगार के पहलुओं को शामिल किया गया है।
विशिष्ट अतिथि प्रो0 मधूसूदन स्वामी ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए महान दार्शनिक सुकरात के जीवन जीने की शैली और सत्य बोलने के संकल्प का उल्लेख किया। डॉ0 हीरालाल ने निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य करने की महत्ता को भी साझा किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्र0 अपर निदेशक बी0डी0 चौधरी के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। आयोजन में संस्थान के सुबोध दीक्षित (उप निदेशक), डॉ0 एस0के0 सिंह, डॉ0 अशोक कुमार (सहायक निदेशक), डॉ0 आलोक कुमार (सहायक निदेशक) और प्रतिमेश तिवारी (शोध सहायक) का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन एन0एस0एस0ओ0 की सहायक निदेशक शिखा राय ने किया।