लखनऊ: पीजीआई के रेजिडेंट डॉक्टरों ने आज सुबह की हड़ताल के बाद रात में एक कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च रेजिडेंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों की अगुवाई में आयोजित किया गया, जिसमें डॉक्टरों ने पीएमएसएसवाई ब्लॉक से लेकर रायबरेली रोड मुख्य गेट तक हाथ में कैंडल और बैनर लेकर शांति मार्च किया।
आंदोलन की तैयारी
मार्च के बाद आयोजित सभा में डॉक्टरों ने बुधवार को होने वाले आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। पीजीआई रेजिडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अंशुमान ने बताया कि बुधवार को वे आंशिक भूख हड़ताल करेंगे और कामकाज पूरी तरह से ठप रहेगा।
आउटसोर्स कर्मचारियों का समर्थन
इसी बीच, पीजीआई में तैनात 300 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों ने भी बुधवार को आंदोलन करने की योजना बनाई है। ये कर्मचारी वेतन बढ़ोतरी के आदेश के बावजूद उसे लागू न किए जाने से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि जब गवर्निंग बॉडी में वेतन वृद्धि का प्रस्ताव पास हो चुका है, तो उसे लागू करने में देरी क्यों की जा रही है।
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रेजिडेंट डॉक्टरों और आउटसोर्स कर्मचारियों की इस एकजुटता ने संकेत दिया है कि पीजीआई में वेतन और कामकाजी परिस्थितियों को लेकर गहरा असंतोष है। उनका आंदोलन यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवर अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने को तैयार हैं।
इस प्रकार, कैंडल मार्च और आगामी हड़ताल ने पीजीआई में स्वास्थ्य सेवाओं पर संभावित प्रभाव के साथ-साथ कर्मचारियों की समस्याओं को उजागर किया है।