बहराइच: ककरहा रेंज के गंगापुर गांव में मंगलवार रात को एक तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया, जिससे ग्रामीणों में राहत की लहर दौड़ गई। यह तेंदुआ पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र के विभिन्न गांवों में हमला कर रहा था, जिससे स्थानीय लोग चिंतित थे।
गंगापुर गांव में तेंदुए के बार-बार दिखाई देने के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजड़ा लगाने की मांग की थी। इस पर वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पिंजड़ा स्थापित किया। मंगलवार रात लगभग 10:30 बजे तेंदुआ पिंजड़े में फंस गया।
वन क्षेत्राधिकारी डीपी कनौजिया ने बताया कि तेंदुए को सफलतापूर्वक पिंजड़े में कैद किया गया है और उसे रेंज कार्यालय लाया गया है। वहां तेंदुए की स्वास्थ्य जांच के लिए तीन चिकित्सकों की टीम मौजूद है। जांच के बाद, तेंदुए को उसके प्राकृतिक आवास जंगल में फिर से छोड़ा जाएगा।
डीएफओ बी शिव शंकर ने जानकारी दी कि यह क्षेत्र में पकड़ा गया पांचवां तेंदुआ है। पिछले कुछ समय में तेंदुओं के हमलों में वृद्धि के कारण वन विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। वन कर्मियों का कहना है कि तेंदुओं की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर और पिंजड़े लगाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें: जयपुर-दिल्ली हाईवे पर बस-ट्रॉले की टक्कर: तीन की मौत,दर्जनों घायल
गांव के लोग तेंदुए की गिरफ्तारी से संतुष्ट हैं। उन्होंने वन विभाग के प्रयासों की सराहना की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि तेंदुए के हमलों के चलते उनके जानवरों और फसलों को नुकसान पहुंच रहा था, और अब पिंजरे में कैद होने के बाद वे अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर वन्यजीव संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष के मुद्दे को उजागर किया है। वन विभाग के सक्रिय प्रयासों से न केवल तेंदुआ पकड़ा गया, बल्कि इससे ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना भी जागृत हुई है। अब सभी की निगाहें तेंदुए की स्वास्थ्य जांच और उसे जंगल में सुरक्षित रूप से छोड़ने की प्रक्रिया पर टिकी हैं।
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal