वाराणसी में मैरी कॉम ने मैराथन का शुभारंभ करते हुए स्वच्छता का संदेश दिया। भारतीय मुक्केबाजों की ओलंपिक निराशा पर विचार व्यक्त किए और युवाओं को खेल सुविधाओं का लाभ उठाने का संदेश दिया।
वाराणसी। बॉक्सिंग की दिग्गज खिलाड़ी मैरी कॉम ने रविवार को वाराणसी में निजी बैंक द्वारा आयोजित मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मैराथन संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से शुरू होकर विभिन्न दूरी की श्रेणियों में आयोजित की गई, जिसमें 2 किमी, 5 किमी, 10 किमी, और 21 किमी की कैटेगरी शामिल थीं। पैराएथलीटों के लिए 2 किमी की विशेष श्रेणी में व्हीलचेयर धावकों ने भी भाग लिया। विजेता धावकों को सम्मानित करने के साथ-साथ मैरी कॉम ने शहरवासियों को फिटनेस और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
आयोजन के प्रमुख अंश:
शहरवासियों का उत्साह: सुबह 5 बजे से शुरू हुए इस मैराथन में वाराणसी के धावकों का जोश देखने लायक था। मैरी कॉम ने भी इस आयोजन में भाग लेकर लोगों का हौसला बढ़ाया और काशी के स्वच्छता और हरित अभियान का समर्थन किया।
पैराएथलीटों का शामिल होना: 2 किमी कैटेगरी में पैराएथलीटों के लिए व्हीलचेयर रेस शामिल की गई, जिसमें विकलांग प्रतिभागियों को अपनी क्षमता साबित करने का मौका मिला।
भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर टिप्पणी: मीडिया से बात करते हुए मैरी कॉम ने ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाजों के मेडल न जीत पाने पर निराशा व्यक्त की और अपने करियर के अनुभव साझा किए।
मैरी कॉम का संदेश:
मैरी कॉम ने कहा कि यह मैराथन न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक शक्ति को भी बढ़ाने का एक बेहतरीन तरीका है। उन्होंने यूपी में खेल सुविधाओं के विस्तार पर पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हुए युवाओं को इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी बेटी भविष्य की चैंपियन बनेगी।