“योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व में गीडा में निवेश बढ़ा, 297 एकड़ में 333 भूखंडों का आवंटन, 30 नवंबर को 1068 करोड़ रुपये के निवेश का होगा ऐलान।”
गोरखपुर। गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) में बीते पांच वर्षों में योगी सरकार की कानून व्यवस्था और निवेश फ्रेंडली नीतियों के चलते उद्योगों की नई कतार खड़ी हो गई है। गीडा क्षेत्र में अब निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है और आने वाले दिनों में 1068 करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गीडा के विकास ने 297 एकड़ भूमि में 333 औद्योगिक भूखंडों का आवंटन किया है। इसके अलावा 30 नवंबर को गीडा के स्थापना दिवस पर 67 एकड़ में 85 नए भूखंडों का आवंटन किया जाएगा, जिनसे 4658 नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
नए निवेशक, जैसे एपीएल अपोलो ट्यूब्स (320 करोड़ रुपये), ग्रीनटेक भारत (220 करोड़ रुपये), वेराधार ओक एंड स्पिरिट्स (80 करोड़ रुपये) और अन्य, गीडा क्षेत्र में अपना उद्योग स्थापित करेंगे, जिससे यूपी के औद्योगिक विकास को और गति मिलेगी।
सीएम योगी के नेतृत्व में गीडा की प्रगति
गीडा की स्थापना के 35 वर्षों बाद, 2017 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास की गति तेज हुई है। गीडा क्षेत्र को उद्योगों के लिए बेहतरीन गंतव्य बनाने में मुख्यमंत्री का नेतृत्व और सरकार की उद्योगों के प्रति सकारात्मक नीतियां प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।
पिछले कुछ वर्षों में प्रमुख उद्योगों का लोकार्पण/शिलान्यास
अंकुर उद्योग का सरिया प्लांट (550 करोड़ रुपये निवेश)
पेप्सिको की यूनिट (1100 करोड़ रुपये निवेश)
ज्ञान डेयरी यूनिट (118 करोड़ रुपये निवेश)
तत्वा प्लास्टिक पाइप फैक्ट्री (110 करोड़ रुपये निवेश)
केयान डिस्टलरी एथेनॉल और डिस्टलरी प्लांट (1200 करोड़ रुपये निवेश)
इस साल के बड़े निवेशक और प्रस्तावित निवेश:
- एपीएल अपोलो ट्यूब्स – 320 करोड़ रुपये
- ग्रीनटेक भारत – 220 करोड़ रुपये
- वेराधार ओक एंड स्पिरिट्स – 80 करोड़ रुपये
- एसेन कूलर्स – 62 करोड़ रुपये
- वीआरएस फूड्स – 52 करोड़ रुपये
सीएम योगी का योगदान
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गीडा ने औद्योगिक विकास की दिशा में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया है और उनके लिए गीडा को आकर्षक गंतव्य बनाया है।