“UP विधानसभा के शीतकालीन सत्र में CM योगी ने सपा शासन पर हमला बोलते हुए UPPSC अध्यक्ष की डिग्री को फर्जी बताया। बेरोजगारी दर में आई गिरावट पर भी किया दावा।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 2012 से 2017 के बीच उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 19% से भी अधिक थी, जबकि वर्तमान में यह घटकर 2.4% रह गई है। यह सरकार की नीतियों और रोजगार के प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।
CM योगी ने सपा शासनकाल में हुई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उस समय यूपी लोक सेवा आयोग (UPPSC) के अध्यक्ष के पास फर्जी डिग्री थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 के दौर में 86 एसडीएम पदों में से 56 पर एक ही जाति के लोगों की नियुक्ति की गई थी।
मुख्यमंत्री का दावा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के कार्यकाल में जातिवाद और भाई-भतीजावाद चरम पर था। उन्होंने MSME सेक्टर को रोजगार का सबसे बड़ा माध्यम बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ने युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया है।
सपा का पलटवार:
सपा नेताओं ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। उनका कहना है कि CM योगी के बयान का कोई ठोस आधार नहीं है और यह विपक्ष को बदनाम करने की कोशिश है।
बेरोजगारी दर में गिरावट:
CM योगी ने बेरोजगारी दर में आई गिरावट का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से MSME, स्वरोजगार, और निजी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देकर लाखों युवाओं को रोजगार दिया है।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल
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