हरदोई (उत्तर प्रदेश): तहसील शाहाबाद के ग्राम फिरोजपुर खुर्द के किसान इन दिनों रेगुलर बिजली आपूर्ति की भारी समस्या से जूझ रहे हैं। खेतों में लगी फसलें सूखने की कगार पर हैं, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही।
गांव के किसानों ने बताया कि खेतों में लगे समर सेबल बिजली विभागीय अव्यवस्थाओं के कारण बेकार पड़े हैं। ट्रांसफार्मर से जुड़ी लाइनें जर्जर हो चुकी हैं, कई तार टूटकर नीचे लटक रहे हैं। किसान बांस और लकड़ी के लग्गों का सहारा लेकर किसी तरह बिजली की आपूर्ति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।
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“बिजली विभाग के अधिकारी हमारी कोई बात नहीं सुनते,” एक स्थानीय किसान ने बताया। “हमने कई बार जेई और लाइनमैन को सूचना दी, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला।”
किसानों का आरोप है कि लाइनमैन अवैध रूप से पैसे मांगते हैं और बिना रिश्वत के काम नहीं करते। खेतों में जानवरों और किसानों को बिजली के लटकते तारों से जिंदगी का खतरा बना रहता है। वहीं, विभाग बिजली सुधारने की बजाय कनेक्शन काटने में फुर्ती दिखाता है।
इस वक्त जब फसलों को सिंचाई की सबसे ज्यादा जरूरत है, तब विभाग की ये अनदेखी किसानों के लिए संकट का कारण बन चुकी है। किसान बार-बार कॉल कर रहे हैं, आवेदन दे रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी फोन उठाना भी जरूरी नहीं समझते।
“बिजली तो नहीं देते, पर बिल जरूर भेज देते हैं!” — एक किसान ने गुस्से में कहा।
गांव के किसान अब प्रदर्शन या शिकायत की योजना बना रहे हैं, ताकि उनकी आवाज शासन-प्रशासन तक पहुंच सके।
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