रायबरेली:
एक राष्ट्र एक चुनाव पर संगोष्ठी रविवार को रायबरेली में एनजीओ प्रकोष्ठ के बैनर तले आयोजित हुई। इस आयोजन का उद्देश्य लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाना और चुनावी सुधारों पर गंभीर विमर्श करना रहा। संगोष्ठी का आयोजन सुभाष चंद्र सेवा संस्थान एवं माधव सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम में जिले की कई सामाजिक और राष्ट्रसेवा में सक्रिय एनजीओ संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष बुद्धि लाल पासी ने कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” की नीति देश के संसाधनों की बचत और कार्यक्षमता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 85 और 356 में संशोधन की आवश्यकता पर जोर दिया।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाएं आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। एनजीओ के माध्यम से महिलाएं समाज और राष्ट्र निर्माण में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने घरेलू और सामाजिक प्रबंधन में महिलाओं की सक्रियता की सराहना की।
इस संगोष्ठी में शामिल एनजीओ प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति को एक प्रस्ताव भेजा, जिसमें इस नीति को लागू करने की सिफारिश की गई। कार्यक्रम के दौरान शहर की दर्जनों सामाजिक संस्थाओं को उनके सराहनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
माधव सेवा संस्थान से समाजसेवी महेंद्र अग्रवाल, मातृभूमि सेवा मिशन के संयोजक प्रदीप पांडेय और जिलाध्यक्ष योगाचार्य बृजमोहन को शहर में तीन वर्षों से प्रतिदिन निःशुल्क योग प्रशिक्षण देने के लिए सम्मानित किया गया। सभी को प्रतीक चिन्ह और माला पहनाकर सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में भाजपा के अरविंद श्रीवास्तव और जितेंद्र भारती की भी उपस्थिति रही। संचालन प्रियंका अवस्थी ने किया। इस दौरान प्रसिद्ध लोकगायिका काजल सिंह ने महिला सशक्तिकरण पर आधारित गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
एक राष्ट्र एक चुनाव पर संगोष्ठी के इस आयोजन ने न केवल चुनाव सुधारों पर संवाद को गति दी, बल्कि सामाजिक संगठनों के योगदान को भी सार्वजनिक रूप से मान्यता प्रदान की।