तमकुहीराज (कुशीनगर)। पेयजल संकट कुशीनगर गांव में विकराल रूप लेता जा रहा है। ग्राम पंचायत सपही टड़वा में ओवरहेड टंकी की मोटर 21 मई को जल जाने से जलापूर्ति पूरी तरह बंद हो गई है। इससे सपही टड़वा, बरवाराजापाकड़ और बभनौली ग्राम पंचायत के दर्जनों बस्तियों में करीब 20 हजार लोग पेयजल के लिए तरस रहे हैं।
टंकी से जुड़ी मुसहर बस्ती, अनुसूचित बस्ती, भरवा टोली, जमुआन, हरिजन बस्ती, अंबेडकर गांव और अजयनगर में लोगों को अब मजबूरी में कुएं और गड्ढों का गंदा पानी पीना पड़ रहा है। गर्मी में पहले ही जलस्तर गिरा हुआ है, ऐसे में शुद्ध पानी न मिल पाना ग्रामीणों की परेशानी को बढ़ा रहा है।
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सोमवार को ग्रामीणों ने जलापूर्ति बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में उपेंद्र कुमार, आनंद गुप्ता, गोरख प्रसाद, रुदल, सीताराम, बहादुर सहित दर्जनों लोग शामिल हुए। उनका कहना है कि अगर जल्द ही जलापूर्ति बहाल नहीं की गई तो वे व्यापक आंदोलन शुरू करेंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताया कि पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, वरना हालात बिगड़ सकते हैं।
ओवरहेड टैंक के ऑपरेटर सुदर्शन ने बताया कि वे दो वर्षों से बिना मानदेय के काम कर रहे हैं। जल निगम से उन्हें केवल ढाई हजार रुपये महीना मिलता था, जो अब बंद है। आर्थिक संकट में वे टंकी के संचालन में सक्षम नहीं हैं।
इस बीच जल निगम के जेई हर्ष भट्ट ने बताया कि जली हुई मोटर को मरम्मत के लिए भेजा गया है और अगले एक-दो दिन में जलापूर्ति फिर से शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेटर के रुके हुए मानदेय के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा गया है और इस पर जल्द समाधान निकाला जाएगा।
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