रायबरेली। पशु तस्करी रायबरेली पुलिस की एक बड़ी कार्रवाई में सामने आई जब एसपी यशवीर सिंह ने 7 शातिर तस्करों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। पुलिस ने गुरुबक्शगंज और लालगंज थाने की संयुक्त टीम, एसओजी और सर्विलांस की मदद से इन तस्करों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों के नाम हैं—सद्दाम, सुलखान पहलवान, रीशु, सुजीत, मोनू विश्वकर्मा, मोहर्रम अली और मोहम्मद चाँद। इनके पास से 4 भैंसें, 2 तमंचे, कई कारतूस और एक लोडर गाड़ी बरामद की गई है।
पुलिस के अनुसार यह गिरोह लंबे समय से पशु चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। दिन में रैकी करने के बाद ये रात के समय भैंसों को चुरा लेते थे। फिर उन्हें उन्नाव स्थित एक स्लॉटर हाउस में बेच दिया जाता था। पशु तस्करी का यह नेटवर्क सुनियोजित तरीके से काम करता था, जिससे स्थानीय किसान और पशुपालक परेशान थे।
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गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में आरोपियों ने कई चौकाने वाले राज उगले। उन्होंने माना कि उनका गिरोह लंबे समय से रायबरेली और आसपास के जिलों में सक्रिय था। चोरी के पशुओं को तुंरत निकाल ले जाने के लिए लोडर गाड़ी का प्रयोग किया जाता था ताकि पुलिस की नजर से बचा जा सके। पुलिस की सतर्कता और तकनीकी सर्विलांस के चलते ही यह गिरोह पकड़ा जा सका।
एसपी यशवीर सिंह ने जानकारी दी कि सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में गुरुबक्शगंज के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह व उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे और उन्होंने बताया कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेंगी।
रायबरेली पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई पशु तस्करों के लिए एक कड़ा संदेश है। स्थानीय लोगों ने इस पर राहत की सांस ली है। क्षेत्र में पहले से चल रही पशु चोरी की घटनाओं के बाद लोगों का पुलिस पर भरोसा डगमगाने लगा था, लेकिन इस सफलता से पुलिस ने अपना विश्वास फिर मजबूत किया है।
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