लखनऊ। ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ यह कहावत नहीं बल्कि हकीकत है। काकोरी क्षेत्र के दोना गांव निवासी प्रापर्टी डीलर एवं ग्राम प्रधान मो.असलम को हमेशा के लिए दुनियां से जुदा करने के लिए गांव के ही जमीन कारोबारी मो. फरीद ने 50 लाख रुपये की सुपारी दी। इसकी भनक लगते ही असलम के होश उड़ गये और आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस तो तुरन्त नहीं पहुंची, लेकिन अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए प्रधान ने अपहरण की योजना बनाने वाले फरीद एवं उसके दो साथियों को घेरेबंदी कर धरदबोचा और इसकी खबर पुलिस को दी। काफी देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया। पुलिस को मौके से एक स्कार्पियों एवं एक नाइन एमएम की पिस्टल तथा चार कारतूस मिले। हालांकि पुलिस किसी को भी गिरफ्तार या फिर हिरासत में लेने की बात से इन्कार कर रही है,जबकि जानकार सूत्रों की मानें तो तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं। एसओ काकोरी रामनेरश यादव का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है। फिलहाल असलम और उनके परिवार में दहशत का माहौल व्याप्त है।
काकोरी क्षेत्र के दोना गांव निवासी मो. असलम प्रधान के साथ जमीन का कारोबार करते हैं। असलम ने बताया कि गांव के ही रहने वाले मो. फरीद, मो. साहब एवं मो. रिजवान ने उन्हें जान से मारने के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी बदमाशों को दी थी। बताया गया कि प्रधान को यह जानकारी उस वक्त हुई, जब गांव के ही रहने वाले मुन्ना ने बताया कि होशियार हो जाओ। क्यों कि तुम्हे मारने के लिए खाड़ी देश में काम करने वाले मुजीब और फुरकान बदमाशों को रुपये देने के लिए जमा कर रहे हैं। असलम के मुताबिक सोमवार को उन्हें जानकारी मिली कि गांव के बाहर रिजवान का मुर्गी फार्म है,जहां फरीद, रिजवान एवं साहब मिलकर जान मरने की योजना बना रहे हैं। यह सुनते ही असलम इसकी सूचना पुलिस को दी और अपने अन्य साथियों के साथ असलम उक्त फार्म पर गये तो विरोधी पक्ष उन्हें जान से मारने के लिए आगे बढ़े कि अपनी जान की परवाह किये बगैर असलम ने तीनों को मौके से पकड़ लिया कि इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और फरीद, रिजवान एवं साहब को हिरासत में ले लिया। जानकार सूत्रों का कहना है कि पुलिस को मौके से एक स्कार्पियो एवं एक नाइन एमएम की पिस्टल मिली है। हालांकि इस मामले में पुलिस अभी कुछ भी बताने से इन्कार कर रही है। एसओ काकोरी का कहना है कि मामले की पड़ताल की जा रही है। एसओ का कहना है कि इस बाबत किसी शख्स को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जबकि तीनों पुलिस कस्टडी में हैं।