जबलपुर। कैसे मां-बाप हो आप लोग अपने जिगर के टुकड़ों को ऐसे लोगों के भरोसे छोड़ देते हो। वो तो धंधा कर रहे हैं, शर्म आती है आप लोगों की गैर जिम्मेदारी पर। पेंटीनाका पर ट्रैफिक पुलिस के साथ ओवरलोड स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचे चलित कोर्ट के न्यायाधीश नीरज मालवीय ने इस अंदाज में उन अभिभावकों को फटकार लगाई जो कार्रवाई के दौरान वाहन चालकों की पैरवी करने पहुंचे थे।
दरअसल बुधवार की सुबह 7 बजे से ट्रैफिक पुलिस ने पेंटीनाका, टीआई क्रासिंग, कोबरा केन्टीन और मिलिट्री अस्पताल मोड़ से सेंट जोसेफ और अलॉयसिस स्कूल की चौतरफा घेराबंदी करके स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। करीब 20 मिनट की ताबड़तोड़ कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 47 वाहनों को जब्त कर लिया था, लेकिन इसके बाद पकड़े गए वाहन चालकों ने अपने साथियों को फोन पर कार्रवाई की जानकारी दे दी, जिसके कारण वैन और ऑटो वाले बच्चों को आधा-आधा किलोमीटर दूर छोड़कर भागने लगे। कुछ वैन चालकों ने इस बात की जानकारी अभिभावकों को दी, जिस पर वे लोग मौके पर पहुंचकर कार्रवाई को गलत ठहराने लगे। लेकिन जब पुलिस अधिकारियों ने अभिभावकों से ड्राइवर का नाम, उसका लाइसेंस और अन्य चीजों की जानकारी पूछी तो वे नहीं बता पाए। इसी बात पर उन्हें फटकारा गया।
पुलिस ने पहुंचाया स्कूल
दूर-दूर से पैदल चलते हुए आ रहे बच्चों को पुलिस ने अपनी और राहगीरों की गाड़ियां रूकवाकर स्कूल पहुंचाया। इस दौरान कई बच्चों की तबियत भी बिगड़ गई थी, जिनके परेन्टस को बुलाकर बच्चों को वापस घर भिजवाया गया।
दोबारा में डबल जुर्माना होगा
चलित कोर्ट ने स्कूली ऑटो और वैन के अलावा 5 मेट्रो बसों समेत 47 वाहनों पर एक लाख 14 हजार का जुर्माना किया है। न्यायाधीश नीरज मालवीय ने हिदायत दी है कि जिन वाहनों पर आज कार्रवाई हुई वे अगर दोबारा गलती करते हुए पकड़े गए तो डबल जुर्माना किया जाएगा।