सिद्धार्थनगर । सिद्धार्थनगर की सीमा से सटे पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण भारी तबाही हुई है। पिछले चार दिनों में मची तबाही में कम से कम 54 लोगों की मौत हुई हैं। इसके अलावा दर्जनों लापता हैं, जबकि तकरीबन एक लाख लोग विस्थापित हुए हैं।” खबर के मुताबिक देश के विभिन्न भागों में कई मकान और पुल बह गए हैं। बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और जलस्तर खतरे के निशान से उपर बहने के कारण भीषण बाढ़ की आशंका है। स्थानीय लोगों में बाढ़ की तबाही को लेकर काफी डर है।नेपाल पुलिस ने कहा है कि पिछले दो दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में कम.से.कम 54 लोगों की मौत हुई है।
हजारों की संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं और सैकड़ों मकानों में पानी भर गया है। आवासीय क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर गया है। पुलिस ने बताया कि पीड़ितों में बड़ी संख्या में भूकंप से प्रभावित लोग हैं। ये लोग भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए मकानों की मरम्मत कर उनमें रह रहे थे। देश के 14 जिले इस प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और प्यूथान में हालात सबसे खराब हैं। वहां कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है।
सिद्धार्थनगर सीमा से सटे नेपाल के रूपनदेही‚ कपिलवस्तु‚ दांग आदि इलाकों में भरी जानमाल की खबर है। तमाम पुल और सड़कें पानी में डूबे हुए हैं। इस समय नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता हैं। इसकी वजह से भी राहत और बचाव का काम बहुत धीरे चल रहा है। बताते चलें कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में सारी नदियां नेपाल से ही आती हैं। इसलिए पूर्वी यूपी गोरखपुर‚ बस्ती और श्रावस्ती मंडल के तकरीबन एक दर्जन जिलों, मसलन सिद्धार्थनगर‚ बलरामपुर‚ बहराइच, आदि जिलों में तबाही मची हुई है।
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