नई दिल्ली। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा 11 अगस्त को हो सकती है। अगले वर्ष होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनावों को देखते हुए जहां वर्तमान पार्टी अध्यक्ष को एक बार फिर से मौका दिये जाने की मांग उठ रही है वहीं पार्टी की गुटबाजी को खत्म करने के लिए किसी केंद्रीय स्तर के नेता को कमान सौंपने की चर्चा है। केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली के लिए नये अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगा दी है। बस इसकी औपचारिक घोषणा होना शेष है। इस बार किसी सांसद को दिल्ली भाजपा का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। ऐसे में दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, महेश गिरी, प्रवेश वर्मा और पूर्व संगठन मंत्री पवन शर्मा के नाम चल रहे हैं। दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं की संख्या को देखते हुए भोजपुरी गायक मनोज तिवारी जोकि उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट से सांसद हैं उनका पलडा भारी माना जा रहा है। ऐसे में यदि पार्टी मनोज तिवारी को भाजपा की कमान सौंपती है तो इसका सीधा असर एमसीडी चुनाव में देखने को मिलेगा।
वहीं पूर्वी दिल्ली से सांसद महेश गिरी अपने सरल स्वभाव और दिल्ली की राजनीति से सीधे जुडे होने के कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में अच्छी पैठ रखते हैं। गिरी को पार्टी के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुछ नेताओं का भी समर्थन मिला हुआ है। अभी हाल ही में उन्होंने केजरीवाल के घर के बाहर धरना देकर शीर्ष नेतृत्व से वाहवाही लूटी थी। पवन शर्मा प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री रह चुके हैं। संगठन मंत्री और संघ से जुड़े होने के कारण उनके नाम की भी चर्चा चल रही है।