शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस साल 1 अप्रैल से 31 जुलाई तक की अवधि में मादक द्रव्य पदार्थों की तस्करी के कुल 274 मामले दर्ज किए गए। इनमें 320 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। दर्ज मामलों में से 55 का अदालतों में चालान हो गया है जबकि 219 मामले अन्वेषणाधीन है।इस अवधि में 133 किलो चरस, 10 किलो अफीम, 223 ग्राम हेरोइन, 302 किलोग्राम चूरापोस्त, 6 किलो 39 ग्राम गांजा, 50181 नशे की गोलियां पकड़ी गईं। एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत ही 29689 कैप्सूल, 899 कोरेक्स बोतलें बरामद की गईं। यह जानकारी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक रविंद्र सिंह रवि के सवाल के जवाब में दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की तस्करी रोकने के लिए प्रदेश सरकार पड़ोसी राज्यों के साथ समय-समय पर समन्वय बैठकें आयोजित करती हैं। इसके अलावा प्रदेश में सी.एम की अध्यक्षता में भी समीक्षा बैठकें होती है। पिछले महीने 18 जुलाई को भी बैठक हुई थी। जिलों में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि नशे पर रोक लगाना सरकार का नंबर-1 प्रोग्राम है और इसके तहत प्रदेश भर में भांग को नष्ट करने के लिए बड़े पैमान पर अभियान चलाया गया है। सतापक्ष, विपक्ष और जनता को इस अभियान को जनआंदोलन के रुप में लेना चाहिए।