इस्लामाबाद/नई दिल्ली। विश्व के अनेक देशों में ब्लूचिस्तान समर्थकों द्वारा पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में नारेबाजी को देखते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने शनिवार को 22 सांसदों की एक समिति बनाई जो विभिन्न देशों में जाकर कश्मीर के विषय पर उनकी सरकार की नीतियों को उजागर करेगी ।यह ‘विशेष दूत” ब्रसेल्स (बेल्जियम), बीजिंग (चीन), रूस, सऊदी अरब, टर्की और ब्रिटेन के लिए मनोनीत किये गए हैं ।एक वक्तव्य में नवाज़ शरीफ ने कहा यह ”विशेष दूत” भिन्न-भिन्न देशों में जाकर वहां के लोगों को कश्मीर के विषय में बताएंगे । उनको पाकिस्तान के संसद से मान्यता और पाकिस्तानी सरकार का समर्थन प्राप्त होगा । नवाज़ शरीफ ने कहा वह स्वयं ”विशेष दूतों” के समर्थन में रहेंगे ताकि सितम्बर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र्र महासभा में वह अपने संबोधन में कश्मीर के विषय में बता ता सकें ।दूसरी ओर भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने नई दिल्ली में आशा व्यक्त की कि कश्मीर में शांति स्थापित होगी । पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि कोई भी हालात सदा के लिए नहीं रहते । उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत को वार्ता के लिए निमंत्रण भेजा था, परंतु वह बात आगे नहीं बढ़ी । अब्दुल बासित ने आशा व्यक्त की कि कश्मीर के विषय पर बातचीत होगी क्योंकि कश्मीर ऐसा मामला है जो कश्मीरी लोगों की आशाओं के अनुसार हल होना चाहिए ।इस्लामाबाद में होने वाले सार्क शिखर सम्मेलन पर बोलते हुए अब्दुल बासित ने कहा सार्क की सफलता के लिए सबको प्रयास करना चाहिए ताकि दक्षिण एशिया के देशों में आपसी सहयोग बढे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस्लामाबाद में होने वाला सार्क शिखर सम्मेलन भी सफल रहेगा ।