लखनऊ। फेस्टिवल सीजन और लंबे वीकेंड में महंगे हवाई किराये से राहत देने के लिए एविएशन मिनिस्ट्री अपने यहां रेलवे जैसा मॉडल लागू करने पर विचार कर रही है। रेलवे बिजी सीजन में अतिरिक्त गाडिय़ां चलाकर यात्रियों को राहत देती है। उड्डयन मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि बिजी सीजन में एयरलाइंस कंपनियों की कैपेसिटी बढ़ाई जाएगी, ताकि डिमांड और सप्लाई के गैप को भरा जा सके। आमतौर पर इसी गैप की वजह से किराये बढ़ते हैं। एविएशन मिनिस्ट्री के सूत्रों के अनुसार क्रिसमस, नया साल अन्य त्यौहार और लंबे फेस्टिव सीजन में एयर टिकट्स महंगे हो जाते हैं। उस वक्त हमारे पास खाली एयरक्रॉफ्ट नहीं होते जिनका इस्तेमाल डिमांड बढऩे पर किया जा सके। इससे निपटने के लिए एयरलाइंस कपंनियों को कुछ वक्त के लिए लीज पर और एयरक्रॉफ्ट लेने की इजाजत दी जाएगी। इस उपाय से कुछ समय के लिए सभी एयरलाइंस की कैपेसिटी बढ़ जाएगी और वह अपने रूटों पर ज्यादा फेरे लगा सकेंगी। इससे महंगे किराये से राहत मिलेगी। यह मॉडल इंडियन रेलवे की तरह है, जो फेस्टिवल सीजन में यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर स्पेशल ट्रेनें चलाता है। मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि उनके पास इस प्रॉब्लम का यही आसान हल है।
एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि यह आइडिया लॉजिकल है। हालांकि इसे सही तरीके से लागू कैसे किया जाएगा, यह देखने वाली बात होगी। देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी के प्रेसिडेंट शरत ढल ने कहा कि यह शानदार आइडिया है। इससे बिजी सीजन में किरायों को काबू में रखने में मदद मिलेगी। ढल कहते हैं कि मुझे लगता है कि एयरलाइंस कंपनियों के लिए भी यह मुफीद आइडिया है। कैपेसिटी बढ़ाने से एयरलाइन्स को अधिक बिजनेस का मौका मिलेगा। हालांकि, अगर यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो उसे हैंडल करने के लिए अतिरिक्त मैनपावर की जरूरत होगी।
देश में अगले महीने से फेस्टिवल सीजन शुरू होने वाला है। लंबे वीकेंड और फेस्टिवल सीजन के दौरान किराये बढ़ जाते हैं। कई यात्रियों और सांसदों ने उड्डयन मंत्रालय से यह शिकायत की है कि एयरलाइंस बिजी सीजन में ज्यादा किराया वसूलती हैं। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि कॉम्पिटिशन से भी एयर फेयर को कम रखने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि कॉम्पिटिशन से यह पक्का होता है कि रेट कम होंगे। हमारी समस्या है तब बढ़ती है जब कॉम्पिटिशन कम हो।
वर्जन-
बिजी सीजन में एयरलाइंस के किराए बढ़ जाते हैं। यह डिमांड एंड सप्लाई के नियम पर आधारित है। इसके लिए मंत्रालय बिजी सीजन में एयरलाइन्स को अतिरिक्त जहाज लीज पर लेने की अनुमति देगा। इससे हवाई रूटों पर आम दिनों से अधिक फ्लाइट्स चलेंगी जिससे किराया नहीं बढ़ पाएगा।
सैय्यद इमरान अहमद
अंडर सेक्रेट्री, केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय
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