लखनऊ। गृहमंत्री व लखनऊ सांसद राजनाथ सिंह द्वारा फ्लाईओवर और सड़क निर्माण की डिमांड करने पर सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नीतिन गडकरी ने कहा कि हमारे विभाग के पास पैसे की कमी नहीं हैं, जितना मांगना है मांगिए, हम पीछे हटने वाले नहीं है। नितीन गडकरी ने कहा कि देश में पैसे और टेक्नोलाॅजी की कोई कमी नहीं है, कमी है तो सिर्फ इच्छा शक्ति की। जिस दिन भारत के लोगों में इच्छा शक्ति हो जाय, उस दिन देश को विकसित होने से कोई रोक नहीं सकता। उक्त बातें शुक्रवार को गडकरी ने लखनऊ आउटर रिंग रोड के शिलान्यास के अवसर पर कही।
राजनाथ सिंह ने अपने भाषण के दौरान गडकरी से नौ फ्लाई ओवर की मांग की, जिसमें से उन्होंने पांच को तत्काल मंजूरी दी, जबकि चार ऐसे फ्लाईओवर है, जो राज्य सरकार के अन्तर्गत आतें हैं उसे भी एनओसी मिलते ही पूरा करने का आश्वासन दिया। राजनाथ सिंह ने सरोजनीनगर से बंधरा, तेलीबाग से पीजीआई, इंजीनियरिंग काॅलेज से आईआईएम चैराहा, टेढ़ी पुलिया से मुंशी पुलिया, लेखराज से पाॅलिटेक्निक, आईटी चैराहा से डालीगंज समेत नौ फ्लाईओवर की मांग की। पांच फ्लाईओवर जो भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग के अन्तर्गत आता है उसे नीतिन गडकरी ने मंजूरी दी।
नितीन गडकरी ने इलाहाबाद को भी रिंग रोड देने की घोषणा की। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की ओर इशारा करते हुए कहा कि यूपी में सड़कों का जाल बिछाना चाहता हूँ, हमसे सांसद अपने-अपने क्षेत्र में सड़क निर्माण की मांग करें, हम देने के लिए तैयार हैं। हम चाहते हैं कि सड़क निर्माण में महाराष्ट्र से उत्तरप्रदेश आगे निकले। यूपी सरकार से सड़क निर्माण में मिल रहे सहयोग से जहां गडकरी संतुष्ट दिखे, वहीं जलमार्ग में अखिलेश सरकार से सहयोग न मिलने का आरोप लगाया। कहा कि भारत सरकार ने गंगा समेत 111 नदियों को जलमार्ग घोषित किया है। जिसमें उप्र की कई नदियां शामिल है।
गडकरी ने कहा कि थल व नभ से जलमार्ग काफी सस्ता है। अगर भारत जलमार्ग पर आगे बढ़े तो देश की तकदीर बदल जायेगी। उन्होंने नेपाल को जलमार्ग से जोड़कर नेपाल की तकदीर बदलने की बात कही। कहा कि सड़क मार्ग से चलने पर डेढ़ रुपये, रेलवे से एक रुपये खर्च होता है, वह काम जल मार्ग से सिर्फ 20 पैसे में होगा।