मोसुल को आईएस के कब्जे से वापस लेने के लिए सेना तैयार, इराकी पीएम ने दिए लड़ाई के संकेतइराक के उत्तरी शहर मोसुल को आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट के कब्जे से आजाद करने के लिए सैन्य अभियान के दौरान इरबिल के बाहर जमा आंतकनिरोधी बल के जवान।
इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल अब्दी ने उत्तरी शहर मोसुल को आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट के कब्जे से आजाद करने के लिए सैन्य अभियान प्रारंभ करने की सोमवार (17 अक्टूबर) को घोषणा की। इसके साथ ही, पांच साल पहले अमेरिकी सेना के यहां से चले जाने के बाद देश की सबसे कठिन लड़ाई शुरू हो गई है।
इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर से आईएस को बाहर करने के लिए व्यापक सैन्य अभियान प्रारंभ किए जाने के बारे में इराक के सरकारी टीवी ने सोमवार तड़के संक्षिप्त वक्तव्य जारी किया। इसमें प्रधानमंत्री विशिष्ट आंतकनिरोधी बलों जैसी वर्दी पहने दिख रहे हैं और उनके इर्द-गिर्द वरिष्ठ सैन्य अधिकारी खड़े हैं।
अपने संबोधन में अब्दी ने मोसुल के निवासियों से कहा, ‘ये बल आज (सोमवार, 17 अक्टूबर) आपको आजाद करवाएंगे। मोसूल में उनका एक ही लक्ष्य है और वह है आपको दायेश (आईएस) से छुटकारा दिलाना और आपको आपका आत्मसम्मान वापस दिलाना। बल वहां आपकी मदद के लिए हैं।’इस संबोधन के कुछ ही मिनटों बाद सरकारी प्रसारणकर्ता ने देशभक्ति से ओतप्रोत संगीत का प्रसारण किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक निनेवेह मैदानी इलाकों से मोसूल की दिशा में बम के गोले दागने की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही थी।
इराकी बल बीते कुछ दिनों से शहर के इर्द-गिर्द गश्त लगा रहे हैं। उनमें विशिष्ट बलों के सदस्य भी शामिल हैं। मोसूल में दस लाख से ज्यादा नागरिक रहते हैं। मोसूल देश की राजधानी बगदाद से करीब 360 किमी दूर उत्तरपश्चिम में स्थित है। मोसूल को वापस पाने का अभियान इराकी सेना के लिए आसान नहीं होगा। 2014 में सेना को हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद से वह अपनी शक्ति जुटाने की कोशिश कर रही है।