शिमला। सर्वोच्च न्यायालय के वकील व स्वराज अभियान के अध्यक्ष प्रशांत भूषण ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि फ्रांस से रैफेल लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा भाजपा के लिए कांग्रेस की बोर्फोस डील जैसा साबित होगा।
स्वराज अभियान की बैठक के लिए रविवार को शिमला पहुंचे प्रशांत भूषण ने बताया कि एडमिल एलम ने रक्षा संबंधी सौदों के मुददे पर पी.एम.ओ. एन.एस.ए. और रक्षा मंत्री को पूरे सबूत सौंपे हैं। फिर भी सरकार ने चुप्पी साध रखी है।उन्होंने कहा कि सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां लीक हुई हैं और इनमें भाजपा सांसद वरूण गांधी का नाम भी हनी ट्रैप के मामले में सामने आया है।
श्री भूषण ने दावा किया कि उनके पास इस मामले के पूरे सबूत हैं। यदि केंद्र सरकार मामले में विश्वसनीय जांच नहीं कराती है, तो हम कानूनी कारवाई करेंगे। प्रशांत भूषण ने कहा कि पनडुब्बी सूचना लीक मामले में रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर ने दलाली की बात मानी है। इसके बावजूद उसी कंपनी से 35 रैफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 58 हजार करोड़ रूपये का सौदा किया गया।
उन्होंने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि जो कंपनी नियमानुसार ब्लैकलिस्ट होनी चाहिए थी, केंद्र सरकार ने उसी से करार कर लिया।
श्री प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। विसल ब्लोअर कानून को आज तक नोटिफाई नहीं किया गया है। अब सरकार इस कानून में संशोधन कर इसे नोटिफाई करने की बात कर रही है।
उन्होंने भाजपा पर शिक्षा के भगवाकरण का भी आरोप लगाया। प्रशांत भूषण ने माना कि वर्तमान न्यायिक व्यवस्था में कई खामियां हैं और गरीब व्यक्ति की पहुंच से न्याय बहुत दूर है। जजों की नियुक्ति के लिए उन्होंने अलग से एक संस्था का गठन करने की मांग की। प्रशांत भूषण ने कहा कि स्वराज इंडिया के नाम से एक नई पार्टी का पंजीकरण किया जा रहा है। यह पार्टी देश में किसानों, सूखा, भ्रष्टाचार, शिक्षा और पर्यावरण के मुददों पर लड़ाई लड़ेगी।