बर्लिन। तुर्की में असफल सैन्य तख्तापलट के बाद से वहां के 35 राजनयिकों एवं उनके परिवार के लोगों ने जर्मनी से शरण मांगी है। तुर्की सरकार ने अमेरिका में रहने वाले मुस्लिम मौलवी फेतुल्ला गुलेन के हमदर्द होने के संदेह में लोगों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है।
तुर्की का आरोप है कि जुलाई में हुई तख्तापलट की कोशिश के पीछे गुलेन का हाथ था। जर्मनी के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता जोहानस डिमरोथ ने निजता के नियमों का हवाला देते हुए यह बताने से इनकार कर दिया कि शरण मांगने वाले 35 लोगों में से कितने राजनयिक हैं और कितने उनके परिवार के लोग हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि शरण के लिए आवेदन करते समय आमतौर पर राजनयिक होने का उल्लेख करना शामिल नहीं होता,वास्तविक संख्या और ज्यादा हो सकती है। जर्मनी में तुर्की मूल के 30 लाख से अधिक लोग रहते हैं।
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