रांची। दीपावली में आमजनों द्वारा चीन के सामानों का बहिष्कार किये जाने के बाद, मिट्टी से बने दीये सहित अन्य देशी सामानों की जमकर खरीदारी होने लगी है। पिछले वर्षों तक जहां लोगों का रुझान जगमग करते चाईना बल्ब, लर्री, रंग बिरंगे इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों पर था।
वहीं इस बार चाईना सामानों के प्रति लोगों का रुझान बिल्कुल फीका दिखने लगा है। लोग देशी सामानों को खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इससे मिट्टी का सामान बनाने वाले कुम्हार समुदाय के लोग खुश हैं। इस वर्ष बाजार में सौ रुपये में 100 मिटटी के दीए मिल रहे हैं। वहीं करंज तेल भी 90 रुपए लीटर बिक रहा है।
तुपुदाना निवासी लोकेश महतो का कहना है कि हर बार चायनीज बल्ब सहित अन्य चीजों की बिक्री बाजार में अधिक होती थी। लेकिन इस बार चायनीज लरी, बल्ब सहित अन्य सामानों की बिक्री नहीं के बराबर है। लोग दीये-बाती का उपयोग कर रहे हैं।
वहीं कुम्हार सनी महतो कहते हैं कि इस वर्ष दिवाली का बाजार अच्छा है। देशी वस्तुओं की भी खरीदारी भी जमकर हो रही है। लोग चीनी बत्तियां लगाने की जगह इस वर्ष दीया जलाने में रुचि ले रहे हैं।
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