नई दिल्ली। बेंगलुरु एफसी के एएफसी कप फाइनल में खेलने की विशिष्ट उपलब्धि से उत्साहित करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने आज कहा कि अब भारतीय फुटबाल को पीछे मुडकर नहीं देखना चाहिए। उन्होंने इसके साथ ही देशवासियों से एक और इतिहास रचने के लिये क्लब का समर्थन करने की भी अपील की।
बेंगलुरु एफसी इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाला पहला भारतीय क्लब है। उसने मौजूदा चैंपियन जोहोर दारुल ताजिम को पिछले महीने 4-2 के कुल स्कोर से पराजित करके यह उपलब्धि हासिल की।वह कल दोहा में होने वाले फाइनल में इराक के एयरफोर्स क्लब से भिडेगा।
छेत्री ने आज पीटीआई से कहा, ‘‘फाइनल मेरे क्लब करियर का सबसे बडा मैच है और इसमें कोई संदेह नहीं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह भारतीय फुटबाल के लिये काफी मायने रखता है। क्लब और देश ने एशियाई फुटबाल का ध्यान खींचा है और यहां से अब पीछे मुडकर नहीं देखना चाहिए। ” भारत की तरफ से 91 मैचों में सर्वाधिक 51 गोल करने वाले छेत्री अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय टीम बनकर इतिहास रच दिया है और एक दिन बाद हमारे पास एक कदम और आगे बढाने का मौका होगा। परिणाम जो भी रहे यह बहुत बडा अवसर और उपलब्धि है जिससे देश को प्रेरित होना चाहिए। ” इस 32 वर्षीय स्ट्राइकर ने देशवासियों से टीम का समर्थन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना शानदार रहा कि पूरे देश ने फाइनल तक की हमारी राह में हमारा समर्थन किया और उम्मीद है कि यह आगे भी बना रहेगा।