सिद्धार्थनगर। आस्था का महापर्व छठ पूरे जनपद में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक चलने वाला चार दिन का ये महापर्व आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद संपन्न हो गया।
छठ पर्व के चौथे दिन सुबह के समय सूर्य निकलने से पहले ही लोग घाटों पर पहुंच गए और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर इस महा अनुष्ठान का समापन हुआ. इसके बाद घाटों पर छठ माता को प्रणाम कर उनसे संतान-रक्षा का वरदान मांग कर लोगों ने प्रसाद बांट कर और फिर व्रतियों ने खुद भी प्रसाद खाकर इस व्रत का समापन किया।
पूरे जिले में हुई सूर्य की उपासना
मुख्यालय के साथ ही पूरे जनपद में लोगों ने नदी, तालाबों और तो कुछ लोगों ने घर पर ही स्वीमिंग पूल बनाकर उसमें खड़े होकर छठ पूजा की और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत पूर्ण किया। इस दौरान भजनों और छठ के गीतों ने भी त्योहार के माहौल को और खुशनुमा बना दिया।
सिद्धार्थनगर मुख्यालय के जमुआर नदी पर नपा अध्यक्ष जमील सिद्दीकी ने पूरी व्यवस्था कर रखी थी,उसका बाजार के कूरा नदी पर नपा अध्यक्ष हेमन्त जायसवाल ,बांसी के राप्ती नदी पर नपा अध्यक्ष चमन आरा राईनी द्वारा छठ व्रतियों के लिए पूरी व्यवस्था चाक चौबंद कर रखा था।इसके अलावा डुमरियागंज,शोहरतगढ़,इटवा,बर्डपुर,सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी छठ पूजा बड़े ही धूम धाम से मनाया गया।
छठ मैया की महिमा
गौरतलब है कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी की तिथि तक भगवान सूर्यदेव की अटल आस्था का पर्व छठ पूजा मनाया जाता है। नहाय खाय के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो जाती है।
चार दिन तक चलने वाले इस आस्था के महापर्व को मन्नतों का पर्व भी कहा जाता है।इसके महत्व का इसी बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इसमें किसी गलती के लिए कोई जगह नहीं होती।