लखनऊ । कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अखिलेश से मुलाकात की। इससे पहले एक नवंबर को पीके ने एसपी मुखिया मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात की थी।
कांग्रेस ने इस पर हैरानी जताई है। यूपी से कांग्रेस की सीएम पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने कहा कि वह इससे हैरान हैं। ऐसी चर्चाएं हैं कि पीके के कामकाज से कांग्रेस नेता संतुष्ट नहीं हैं, इसे देखते हुए जल्द ही उनकी कांग्रेस से छुट्टी हो सकती है।
शीला दीक्षित ने यूं तो महागठबंधन में शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया, मगर कहा कि पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मुलाकात पर वह हैरान हैं।
किशोर और मुलायम की मुलाकात एक नवंबर को हुई थी। इस बाबत पूछे जाने पर शीला ने कहा कि उन्हें इससे थोड़ी हैरानी हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानती कि किस वजह से किशोर मुलायम से मिलने गए।’ हालांकि सोमवार को प्रशांत किशोर ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव से भी मुलाकात की।
दिल्ली की 15 साल तक मुख्यमंत्री रहीं शीला ने कहा कि वह यह कहने की स्थिति में नहीं हैं कि किशोर वहां कांग्रेस के दूत के रूप में गए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी किशोर के काम करने के ढंग से संतुष्ट है, शीला ने कहा कि किशोर सलाहकार हैं, रणनीतिकार हैं। हम उनके काम से खुश हैं या नहीं, यह सिर्फ सचिव बता पाएंगे…मुझे नहीं मालूम। शीला ने कहा, ‘महागठंधन की बात कही गई है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि अभी किसी ठोस नतीजे पर पहुंचा गया है या इस बारे में कोई निर्णय लिया गया है।’
किशोर-मुलायम मुलाकात के दौरान एसपी प्रमुख मुलायम के खास विश्वासपात्र अमर सिंह की वहां मौजूदगी से इन कयासों को बल मिला है कि कांग्रेस अगले वर्ष उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने पर विचार कर रही है। बिहार में कांग्रेस, जेडीयू और आरजेडी ने बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को शिकस्त देने के लिए महागठबंधन किया था, जिसका नतीजा शानदार रहा। इस महागठबंधन में एसपी भी शामिल थी, वह अंतिम क्षण में यह कहकर अलग हो गई थी कि कांग्रेस को बहुत ज्यादा सीटें दे दी गईं।