सिलीगुडी। 500 व 1000 के नोटों को रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले को तृणमूल कांग्रेस ने तुगलकी फरमान करार दिया है। तृणमूल कांग्रेस के दार्जीलिंग जिला के अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अचानक 500 व 1000 के नोटों को रद्द करने के फैसले से आम लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार गरीबो का दर्द नहीं समझती है।
सरकार को देश के करोडों गरीबो से कुछ लेना देना नहीं है। केंद्र में सरकार चला रही भाजपा को तानाशाह पार्टी करार देते हुए उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना की । केंद्र पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार काला कानून एवं तानाशाही चलाने के मूड में दिखाई दे रही है। केंद्र द्वरा राज्य सरकार के अधिकारों पर अनैतिक रूप से हस्तक्षेप किया जा रहा है जिसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा।गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में सरकार चला रही तृणमूल कांग्रेस केंद्र की भाजपा सरकार को सांप्रदायिक बताते हुए पहले से लगातार आंदोलन चला रही है। इस बीच सरकार द्वारा बड़े नोटों को रद्द किये जाने के फैसले ने तृणमूल कांग्रेस का नया हथियार थमा दिया है।
गुरुवार को केंद्र सरकार के इस फैसले व सिलीगुड़ी नगर निगम तथा सिलीगुड़ी महकमा परिषद के कथित विफलता के खिलाफ शहर में तृणमूल कांग्रेस की ओर से विशाल रैली निकली गयी. गौतम देव के नेतृत्व में निकली रैली में काफी संख्या में पार्टी समर्थको ने हिस्सा लिया। इस दौरान संवाददाताओं को संबोधित करते हुए गौतम देव ने कहा कि केंद्र की दमनकारी नीति, सिलीगुड़ी महकमा परिषद एवं सिलीगुड़ी नगर निगम द्वरा लिए जा रहे तुगलकी फैसले से आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इन सभी के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी आवाज बुलंद करते हुए पूरे बंगाल में 3 से 11 नवम्बर तक पथसभा एवं महा जुलूश निकालने का निर्णय लिया है। इसी के तहत गुरुवार को दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस की ओर से सिलीगुड़ी एयरव्यू मोड़ से बाघाजतिन पार्क तक एक विशाल रैली निकाली गयी। श्री देव ने वाम दलों द्वरा संचालित सिलीगुड़ी महकमा परिषद व सिलीगुड़ी नगर निगम पर जनता को बुनियादी सेवा उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाते हुए मेयर व सभधिपति से इस्तीफे की मांग की।