लीमा। अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग की आखिरी मुलाकात हुई जिसमें चीनी नेता ने चेताया कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दोनों महाशक्तियों के संबंध ‘उतार चढाव के दौर’ में हैं।
ट्रम्प का नाम लिए बिना शी ने उम्मीद जताई कि ओबामा ने उनके देश के साथ जिस रिश्ते को दुनिया में ‘‘सर्वाधिक महत्वपूर्ण” बताया था उसमें ‘‘शांतिपूर्ण तरीके से बदलाव होगा।” दोनों नेताओं की कल पेरु की राजधानी लीमा में ‘‘एशिया पैसेफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन” शिखर सम्मेलन से अलग, मुलाकात हुई।
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रम्प ने चीन के खिलाफ कई बार कडा रुख अपनाते हुए बीजिंग पर जलवायु परिवर्तन की ‘‘शुरुआत करने” और कारोबारी नियमों में धांधली करने का आरोप लगाया था।
ट्रम्प के पास मुद्दों के अभाव को लेकर हतप्रभ व्हाइट हाउस ने वैश्विक नेताओं से ट्रम्प को पूरी जानकारी हासिल करने के लिए कुछ समय देने का अनुरोध किया है।
राष्ट्रपति पद पर ओबामा के कार्यकाल के दौरान अधिकतर समय चीन और अमेरिका के बीच सहयोग में धीमा सुधार हुआ और उन्होंने विवादों के परिणामों को सीमित करने की कोशिश की। यह सब कुछ एशिया प्रशांत क्षेत्र में प्रभाव के लिए किया गया।