नई दिल्ली। आरबीआई ने पारंपरिक बैंकों में ‘इस्लामिक विंडो’ खोलने का प्रस्ताव रखा है। आरबीआई और केंद्र सरकार इस्लामिक बैंकिंग शुरू करने संभावना लंबे समय तलाश रहे हैं। इसका उध्देश्य समाज के उन वर्गो का वित्तीय समावेशन सुनिश्चित करना है, जो धार्मिक कारणों के चलते फिलहाल देश के फाइनेंशियल सिस्टम से बाहर हैं।