श्रीनगर। फारूख अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर भारत के दावे को लेकर विवादित बयान दिया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने पीओके पर भारतीय संसद के स्टैंडिंग रिजोल्यूशन पर कहा कि क्या ये तुम्हारे बाप का है, मौजूदा वक्त में ये पाकिस्तान के कब्जे में है।
बाप-दादाओं की तरफ से मिली जायदाद नहीं पीओके। फारूख ने शुक्रवार को चिनाब घाटी में एक समारोह में कहा कि पीओके भारत की निजी संपत्ति नहीं है।
इसलिए वह उस पर अपने बाप-दादाओं की तरफ से मिली जायदाद की तरह दावा नहीं कर सकता। समारोह में फारूख के बेटे और राज्य के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे।
फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान भी एक पक्ष है, इसे अब भारत सरकार ने भी मान लिया है। इस मसले पर संसद में एक रिजोल्यूशन आया था, जिसमें पीओके को भारत का हिस्सा बताया गया है।
भारत सरकार के पास अब पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। क्योंकि जम्मू-कश्मीर के लोगों पर जारी अत्याचार को खत्म करने की जरूरत है।
भारत सरकार के पास पीओके को पाकिस्तान से छीनने की हिम्मत नहीं है और न ही पाकिस्तान के पास कश्मीर को भारत से छीनने की हिम्मत है। लेकिन दोनों देशों के बीच फंस कर कश्मीर की मासूम जनता को दिक्कत उठानी पड़ रही है।
उन्होंने नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले की भी आलोचना की। कहा कि मोदी ने नोट बदलवाने के लिए अपनी मां को भी लाइन में लगवा दिया। अच्छी औलाद अपनी मां को कष्ट से बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी दे सकती है। मोदी को नोटबंदी के फैसले से जनता को हुई दिक्कतों के लिए माफी मांगनी चाहिए।