चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और एआईएडीएमके पार्टी प्रमुख जे. जयललिता का सोमवार देर रात निधन हो गया। अपोलो अस्पताल के मुताबिक, जयललिता ने रात 11:30 बजे अंतिम सांस ली और उसके बाद उनका लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटा लिया गया।
इससे पहले शाम को जयललिता के निधन की अटकलें चली थीं, जिसे अपोलो अस्पताल ने तुरंत खारिज कर दिया था। कुछ तमिल चैनलों ने जयललिता के निधन की खबर दी थी।
जयललिता के निधन पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत सभी पार्टियों के राजनेताओं ने दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयललिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है कि जयललिता का जाना भारतीय राजनीति में एक खाली स्थान छोड़ जाएगा।
ईश्वर तमिलना़डु के लोगों को इस बेहद दुखद समाचार को सहन करने की शक्ति दे। जयललिता लोगों के साथ जुड़ी हुई नेता थीं और गरीबों, महिलाओं के लिए हमेशा कल्याणकारी कार्य में लगी रहती थीं।
वे महिलाओं समेत लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत थीं। दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत के दामाद धनुष ने भी अम्मा के निधन पर शोक संदेश ट्वीट किया है और लिखा है कि आपके जाने से जो स्थान खाली हुआ है उसे कभी भरा नहीं जा सकेगा। क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग ने भी तमिलनडु के लोगों को इस दुखद समाचार को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
उधर, उनके निधन के साथ ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई। हर जगह मातम का माहौल है और उनके शुभचिंतक गहरे सदमे में हैं। जैसे ही उनकी मौत की खबर आई, उनके समर्थक फूट-फूटकर रोने लगे। आम जनता के दर्शन के लिए जयललिता के पार्थिव शरीर को राजाजी हॉल में रखा जाएगा।
उनके निधन के बाद तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। सभी स्कूल-कॉलेज तीन दिन के लिए बंद रहेंगे। उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से उनके घर पोएस गार्डन ले जाया जाएगा। इसके लिए अस्पताल से उनके घर तक विशेष कॉरीडोर बनाया गया है। अस्पताल से लेकर उनके घर तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सोमवार शाम को जयललिता की तबीयत बेहद नाजुक दौर में पहुंचने के बाद एआईएडीएमके कार्यालय पर पार्टी का झंडा झुका दिया गया था लेकिन उनके स्वास्थ्य के बारे में पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया।
हालांकि, पार्टी का झंडा झुकाए जाने के थोड़ी देर बाद ही झंडा दोबारा फहरा दिया गया। वहीं, मीडिया में जयललिता की तबीयत को लेकर लगाई जा रही अटकलों को लेकर अस्पताल के बाहर जुटे समर्थकों ने भारी हंगामा भी किया और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। इसके बाद अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि चेन्नई के अपोलो अस्पताल में पिछले दो महीने से अधिक समय से भर्ती 68 वर्षीया जयललिता को रविवार शाम को कार्डिएक अरेस्ट हुआ था। इसके बाद उन्हें अपोलो अस्पताल के प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में भर्ती किया गया था।
अपोलो अस्पताल के मुख्य संचालन अधिकारी और ट्रांसफॉर्मेशन के प्रमुख डॉ. सुब्बैया विश्वनाथन ने एक बयान में कहा था कि हृदय रोग विशेषज्ञ, पल्मोनरी रोग विशेषज्ञ और नाजुक स्थिति में देखभाल करने वाले विशेषज्ञों की एक टीम उनका इलाज कर रही है और उनकी सेहत की निगरानी कर रही है।