न्यूयार्क। रूस तथा चीन ने सीरिया के अलेप्पो में 7 दिन के युद्धविराम के प्रस्ताव के विरूद्ध अपने वीटो अधिकार का उपयोग कर उसे निरस्त कर दिया।
अलेप्पो में 7 दिन के युद्ध विराम का प्रस्ताव न्यूजीलैंड, मिस्र तथा स्पेन ने पेश किया था। प्रस्ताव के पक्ष में 11 देशों ने वोट दिया जब कि वेनेजुअल ने इसके विरोध में मत दिया।
सीरिया में 2011 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से रूस ने सीरिया के मामले में सुरक्षा परिषद में 11 बार अपने वीटो अधिकार का उपयोग किया जबकि चीन ने 5वीं बार इस अधिकार का उपयोग किया।
रूस के राजदूत ने यह कहकर युद्ध विराम प्रस्ताव का विरोध किया कि इससे अलेप्पो के सशस्त्र विद्रोहियों को संगठित होने का अवसर मिल जाएगा और वह वहां के लोगों के जीवन के लिए खतरा पैदा करेंगे।
अमरीका के राजदूत का कहना था कि अलेप्पो के पूर्वी भाग में अब भी 2 लाख से अधिक लोग फंसे हैं और लड़ाई जारी रहने से उनके जीवन के लिए खतरा पैदा हो गया है।
अमरीका ने स्वीकार किया कि पूर्वी अलेप्पो के आधे भाग पर सीरिया की सेना का कब्जा हो चुका है। रूस के राजदूत ने अलेप्पो में युद्धविराम का तो विरोध किया किन्तु कहा कि वह सीरिया के मामले में अमरीका से बात करने को तैयार है।
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