नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शीतकालीन सत्र के शेष तीन दिन संसद में मौजूद रहेंगे ।
साथ ही विपक्षी दलों पर दोनों सदनों में कामकाज बाधित करने के लिए ‘गोलपोस्ट’ बदलने का आरोप लगाया।
वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री अगर बाहर नहीं रहते हैं तो हमेशा संसद में मौजूद रहते हैं। वह संसद में आने वाले पहले व्यक्ति और जाने वाले अंतिम व्यक्ति होते हैं।
वह अपने कक्ष में होते हैं और जो कुछ भी घटित होता है, उसे देखते रहते हैं। जब भी आग्रह होता है, वे सदन में आते हैं। ” जब उनसे यह पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री अगले तीन दिनों तक संसद में मौजूद रहेंगे, केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘वे रहेंगे।
” वेंकैया नायडू की यह टिप्पणी ऐसे समय सामने आई है जब विपक्ष नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने और सदन में प्रधानमंत्री के मौजूद रहने की मांग कर रही है।
16 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरु होने के बाद से नोटबंदी के मुद्दे पर जारी गतिरोध के कारण कामकाज बाधित रहा। सत्र 16 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।
वेंकैया ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा कराना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष हमेश गोलपोस्ट बदल रहा है। स्पीकर ने नियम 193 के तहत चर्चा की अनुमति दी और अब कांग्रेस नीत विपक्ष संसद में कामकाज को बाधित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि चर्चा शुरु होने के बाद विपक्ष को यह आभास हुआ कि नोटबंदी के बारे में उनके पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है और इसलिए अचानक उन्होंने प्रधानमंत्री के सदन में मौजूद रहने के विषय को उठाना शुरु किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘आप चाहते हैं कि प्रधानमंत्री सदन में आएं और आपकी गालियोंं को सुने। वे निर्णय करने और निर्देश देने वाले कौन होते हैं। चर्चा के लिये एक नियम 193 भी है और स्पीकर ने उसे :इस नियम के तहत चर्चा: स्वीकार कर लिया है।
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