नई दिल्ली। आभूषण विक्रेताओं की मांग घटने से सोना, चांदी में चार दिन से जारी तेजी आज थम गई। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में वर्ष 2016 के अंतिम दिन सोना 200 रपये गिरकर 28,300 रपये प्रति दस ग्राम रह गया।
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं के कमजोर उठाव से चांदी भी 500 रपये गिरकर 39,400 रपये प्रति किलो रह गई। वर्ष 2016 में हालांकि, ब्रेक्जिट के झटके और चीन बाजार की अस्थिरता से सोने में चमक लौटी है।
वैश्विक बाजार में वृद्धि को लेकर बढी चिंताओं और गिरते कच्चे तेल मूल्यों के बीच भू-राजनीतिक जोखिम से सोने की तरफ आकर्षण बढने की उपयुक्त परिस्थितियां वर्ष के दौरान बनी रहीं।वर्ष के दौरान सोना नौ नवंबर को 31,750 रपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर पर रहा जबकि और एक जनवरी 2016 को यह 25,390 रपये प्रति 10 ग्राम के निम्न स्तर पर था।
सोने में वर्ष के दौरान 2,910 रपये अथवा 11।46 प्रतिशत की बढत दर्ज की गई जबकि चांदी में 6,100 रपये अथवा 19 प्रतिशत की तेजी रही।
वैश्विक स्तर पर अगस्त में सोना बढकर 1,372.60 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था जबकि 2015 में यह 1,060.20 डॉलर प्रति औंस पर था। वर्ष की समाप्ति पर यह नौ प्रतिशत की तेजी दर्शाता 1,150।90 डॉलर प्रति औंस पर रहा।