नई दिल्ली । हैरानी भरा कदम उठाते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने आज भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों के कप्तान का पद छोड दिया जिससे कप्तान के रुप में उनके बेहतरीन करियर का अंत हुआ।
बीसीसीआई ने आज बयान में कहा कि धोनी ने बोर्ड को सूचित किया कि वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान का पद छोडने का इच्छुक है।
कप्तानी छोडने की इच्छा जाहिर करते हुए धोनी ने हालांकि चयन समिति को सूचित किया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरु हो रही तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 मैचों की श्रृंखला में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
धोनी की अचानक की गई घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा, ‘‘प्रत्येक भारतीय क्रिकेट प्रशंसक और बीसीसीआई की ओर से मैं सभी प्रारुपों में भारतीय टीम के कप्तान के रुप में असाधारण योगदान के लिए महेंद्र सिंह धोनी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
” उन्होंने कहा, ‘‘उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने नई उंचाइयां छुई और भारतीय क्रिकेट में उनकी उपलब्ध्यिांें को भी कोई नहंी छू पाएगा।” इससे पहले धोनी ने 2014 में आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेलबर्न में अचानक टेस्ट कप्तानी भी छोड दी थी।
धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान रहे। भारत ने उनके नेतृत्व में 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप, 2011 में आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप, 2013 में आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी जीती और 2009 में टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा। धोनी के इस फैसले के बाद भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली को सीमित ओवरों की टीम की कप्तानी भी सौंपी जा सकती है।