नई दिल्ली। STF की वाराणसी इकाई ने खुलासा किया है कि उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की चार बहुमूल्य शहनाइयोंं की चोरी के मामले में उनके पौत्र नजरे हसन उर्फ शादाब सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी मुताबिक शादाब ने 17 हजार रुपए में चार शहनाइयां ज्वेलरी दुकानदार को बेच दीं और ज्वेलर ने चांदी की तीन शहनाइयां पिघला दीं। उसने लकड़ी की एक शहनाई में लगी चांदी भी पिघला दी।
यानी चोरी का मामला तो सुलझ तो गया लेकिन शहनाइयां वापस नहीं मिल सकीं, मिली तो बस पिघली हुई चांदी।एसटीएफ के माने तो उस्ताद का पोता बुरी लत के चलते और पैसे की जरुरत के चलते इस शहनाई की चोरी की थी।
शादाब के साथ पकड़े गये शंकर ज्वैलर्स के अधिष्ठाता शंकर सेठ और उसके पुत्र सुजीत ने स्वीकार किया था कि उन्होंने चांदी की तीन शहनाइयों और लकड़ी की शहनाई में लगे चांदी के पत्तर को गला दिया था।
चौक पुलिस के अनुसार नजरे हसन की निशानदेही पर मध्यरात्रि बाद उसके घुघरानी गली में चाहमेहमा स्थित आवास से ही चांदी की एक शहनाई बरामद कर ली गई।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष पांच दिसंबर को नजरे हसन के पिता और उस्ताद के पांच पुत्रों में सबसे छोटे काजिम हुसैन ने चौक थाने में चांदी की चार सहित कुल पांच शहनाइयों की चोरी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।