नई दिल्ली। रिद्धिमान साहा ने ईरानी कप में नाबाद 203 रन की पारी को अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक करार दिया लेकिन उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता में दो अर्धशतकीय पारियां अधिक महत्वपूर्ण थी।
रिद्धिमान ने पीटीआई से कहा, ‘‘आप इसे वेस्टइंडीज के खिलाफ ग्रोस आइलेट में शतक के साथ मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रयास में शामिल कर सकते हो लेकिन अगर आप ऐसी पारी का जिक्र करोगे जो मेरे दिल के करीब है तो फिर वे न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता में खेली गयी दो अर्धशतकीय पारियां हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ उस मैच में मेरी 54 और 58 रन की नाबाद पारियां विशिष्ट हैं क्योंकि पिच बल्लेबाजी के लिये आसान नहीं थी। इसके अलावा आप स्विंग गेंदबाजी का अच्छा प्रदर्शन करने वाले गेंदबाजों का सामना कर रहे थे। ट्रेंट बोल्ट अपने सारे वैरीएशन आजमा रहा था। न्यूजीलैंड का वह आक्रमण काफी अच्छा था और इससे वे पारियां विशिष्ट बन जाती हैं।
रिद्धिमान गुजरात के खिलाफ क्रीज से लगभग दो कदम आगे निकलकर खडे रहे जिस पर काफी चर्चा हुई और उन्होंने कहा कि गेंदबाज अपेक्षाकृत तेजी नहीं थी और इसलिए उन्होंने ऐसा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी तरफ से सुधार था। अगर तेज गेंदबाज अच्छी तेजी से गेंदबाजी करते हैं तो फिर मैं क्रीज से इतना बाहर नहीं खडा रहता। उनकी गेंदों में तेजी नहीं थी और इसलिए मैंने ऐसा किया। उनके तेज गेंदबाज : चिंतन गजा और मोहित थडानी : 120 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे और गेंद बल्ले पर नहीं आ रही थी।
इससे हम सभी परेशान रहे। ” साहा ने कहा, ‘‘इसलिए मैंने फैसला किया कि मुझे जल्दी गेंद तक पहुंचकर स्विंग से निबटना होगा। मनोज भी दूसरी पारी में इसलिए आउट हुआ क्योंकि गेंद अच्छी तेजी से बल्ले पर नहीं आयी। मैंने और पुजारा ने फैसला किया कि हमें आक्रामक होकर खेलने की जरुरत है।