लखनऊ । विधानसभा चुनाव में अपनी “एकला चलो” की रणनीति के तहत बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती करीब 30 दिन में सूबे भर में 75 रिपीट 75 से ज्यादा जनसभाओं को संबोधित करेंगी।
मायावती एक फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत और अलीगढ जिलों में चुनाव सभाओं को संबोधित करेंगी। इन जिलों में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 11 फरवरी को मतदान होगा।
बसपा अध्यक्ष तीन फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सांप्रदायिक दृष्टि से काफी संवेदनशील माने जाने वाले मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में रैली करेंगी।
मायावती का प्रचार अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी संसदीय क्षेत्र में चार मार्च को चुनावी रैली को संबोधित करने के साथ संपन्न होगा।
अपने तकरीबन एक माह के प्रचार अभियान के दौरान सुश्री मायावती कांग्रेस के प्रभाव वाले अमेठी और रायबरेली तथा समाजवादी के गढ समझे जाने वाले इटावा और कन्नौज समेत सूबे के लगभग हर जिले में चुनाव रैली को संबोधित करेंगी।
कुल मिलाकर मायावती पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कम से कम 14 रैलियां करेंगी। लखनऊ और कानपुर में वह 14 फरवरी को और अगले दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रायबरेली संसदीय क्षेत्र में चुनाव सभाओं को संबोधित करेगी।
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती राजनीतिक रुप से वेहद महत्वपूर्ण बुंदेलखंड इलाके में करीब पांच जनसभाओं को संबोधित करेंगी। मायावती चार फरवरी को बरेली, पीलीभीत, मैनपुरी और फिरोजाबाद में तथा पांच फरवरी को आगरा, कन्नौज, फर्रुखाबाद और मथुरा जिलों में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगी।