वाशिंगटन। कंसास गोलीबारी में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला के मारे जाने और दो लोगों के घायल होने के मामले में विपक्ष के निशाने पर आए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद में अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कंसास गोलीबारी और यहूदी सेंटर को निशाना बनाने की धमकी की कडे़ शब्दों में निंदा की।
अमेरिकी कांग्रेस में कंसास गोलीबारी के पीडि़तों के लिए एक मिनट का मौन रखा गया। उसके बाद ट्रंप ने कंसास गोलीबारी में मारे गए भारतीय इंजीनियर की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि वह घृणा फैलाने वाली घटनाओं के हर स्वरूप की निंदा करते हैं।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार यूएस कांग्रेस को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि आईएसआईएस सभी धर्म के लोगों को मार रहा है। वे अपने सहयोगी राष्ट्रों के साथ मिलकर आईएस को खत्म करने का प्रण लेते हैं, सहयोगी देशों में अरब देश के भी राष्ट्र शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही दक्षिणी सीमा पर दीवार बनाने का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने एक बार फिर अमेरिकी उत्पादों के खरीदने और नौकरियों में अमेरिकियों को तरजीह देने की बात कही। साथ ही उन्होंने ओबामाकेयर को खत्म करने की बात दोहरायी।
इससे पहले व्हाइट हाउस से जारी एक बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कंसास गोलीबारी की निंदा की है। इस हमले में घायल लोगों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि धार्मिक और नस्लीय हमलों का अमेरिका में कोई जगह नहीं है।
गौरतलब है कि पिछले बुधवार की रात कंसास के एक बार में हुई गोलीबारी में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हो गए थे, जिसमें एक भारतीय शामिल है।
डेमोक्रेट नेताओं ने ट्रंप को घेरा था
इस मामले में विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट के दिग्गज नेता राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जवाब मांग रहे थे। ट्रंप के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली हिलेरी क्लिंटन ने श्रीनिवास की पत्नी सुनयना दुमाला के लेख को ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा था कि ट्रंप को बढ़ते घृणा अपराध पर बोलना चाहिए।
इसके बाद डेमोक्रेट नेता बर्नी सैंडर्स ने भी ट्वीट किया कि ट्रंप को इस संवेदनहीन काम के खिलाफ जरूर बोलना चाहिए। सैंडर्स ने नस्ली हमले के आरोपी की तस्वीर भी ट्वीट की। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी इस मामले में ट्रंप की चुप्पी की निंदा की है।