लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव जयन्त चौधरी ने विधान सभा चुनाव में पार्टी के हार के बारे में आयोजित समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हार जीत लगी रहती है और पराजय से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि उससे प्रेरणा लेने की जरूरत है कि किन कमियों की वजह से हम हारे।
उन्होंने कहा कि हम जनादेष का सम्मान करते है और प्रदेष में आये चुनाव परिणामों की गहन समीक्षा करके अपनी कमजोरियों को सुधारेगे। उन्होंने पार्टीजनों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निगाह रखने की आवष्यकता बताते हुये कहा कि भाजपा जिन वादों और घोषणाओं के साथ जनता के बीच में गयी थी
उन्हें वह सरकार बनने पर कितना अमल करती है यह जानने की जरूरत है उन्होंने कहा कि हम किसानों के साथ है उनके मुददों को लेकर हम संघर्ष करेंगे। हमें अपने घोषणा पत्र के अनुसार किसानों, मजदूरों एवं नौजवानों की नीतियों पर चलते हुये आगे बढ़ना है तथा किसानों और नौजवानों के हितों की रक्षा हमें सजग प्रहरी के रूप में करनी है।
राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के संगठन को मजबूत करने के लिए युवाओं को आगे लाना होगा तथा युवाओं के प्रति प्रदेश सरकार के क्रियाकलापों पर नजर रखनी होगी। प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने कहा कि प्रत्याषियों को धन्यवाद देते हुये कहा कि हमें पीछे मुडकर देखने की बजाय आगे की रणनीति तैयार करनी है और प्रदेष के किसानों, नौजवानों और मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए सजग रहना है।
रालोद के प्रदेष अध्यक्ष डा मसूद अहमद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इस समीक्षा बैठक में रालोद के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी, वंष नारायन पटेल, राष्ट्रीय सचिव षिवकरन सिंह, सुधाकर पाण्डेय, ओंकार सिंह, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल दुबे प्रमुख रूप से उपस्थित थे। बैठक में अधिकांश लोगों ने कहा कि भाजपा ने झूठ बोलकर प्रदेश की जनता को गुमराह किया तथा भावानात्मक बातों को फैलाकर अपने पाले में घु्रवीकरण के माध्यम से प्रदेष को घसीट लिया। समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी ने भी वोटो के ध्रुव्रीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।