मैक्सिको से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वाली एक भारतीय महिला भावना पटेल (33) को अपने पांच वर्षीय दिव्यांग बेटे से अलग कर दिया गया। भावना अमेरिका में शरण की मांग कर रही हैं। ‘वाशिंगटन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
मालूम हो कि ट्रंप प्रशासन की विवादित ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ के तहत अमेरिका में गैरकानूनी रूप से प्रवेश करने वाले प्रवासी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस वजह से करीब 2,300 बच्चे अपने माता-पिता या अभिभावकों से अलग हो गए हैं।
हालांकि, जबर्दस्त विरोध के बाद ट्रंप ने कार्यकारी आदेश जारी कर बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करने पर रोक लगा दी है। लेकिन भावना पटेल के बारे में यह पता नहीं चल सका कि उन्हें कब गिरफ्तार किया गया था।
मंगलवार को एरिजोना की अदालत ने 30 हजार डॉलर के बांड पर उन्हें जमानत दे दी, लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि भावना को अपना दिव्यांग बेटा मिला या नहीं। अदालत में भावना ने बताया कि अहमदाबाद में राजनीतिक प्रताड़ना से आजिज आकर वह ग्रीस होते हुए मैक्सिको पहुंची थी।
इस यात्रा का प्रबंध भावना के भाई ने किया था। बता दें कि इस बात का कोई आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है कि अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले कितने भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन मीडिया रिपोर्टों में यह संख्या 200 के आसपास बताई गई है। इनमें से ज्यादातर पंजाब और गुजरात से हैं।
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