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अगर आप प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए घर में काम करने वाली नौकरानी की तलाश में हैं तो सावधान हो जाइए. दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठग को पकड़ा है जो प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था और लोगों को घर में नौकरानी देने के नाम पर 25 से 35 हजार तक ठग लेता था. आरके पुरम पुलिस थाने में पिछले कुछ दिनों में पुलिस को इस तरह की कई शिकायतें मिलीं कि उन्होंने 25 से 35 हजार रुपए प्लेसमेंट एजेंसी को नौकर के लिए दिया. प्लेसमेंट एजेंसी ने नौकरानी भेजी भी, लेकिन वो नौकरानी तीन चार दिन के बाद जरूरी काम बताकर दो दिन की छुट्टी पर गई, फिर वापस नहीं लौटी. पुलिस को ये भी बताया कि प्लेसमेंट एजेंसी के भी फोन इसके बाद बंद हो जाते हैं. लोगों की शिकायत पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उसे रंजीत रावत के बारे में पता लगा. रंजीत दिल्ली के मयूर विहार में रहता था, और आरके पुरम में वो प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था. पुलिस ने आरोपी रंजीत को पकड़ लिया है. पूछताछ में रंजीत ने बताया कि वो दस सालों तक प्लेसमेंट एजेंसी में काम कर चुका है. वहां उसे इस काम को करने का पूरा तरीक पता लगा गया, साथ में उसके धंधे से जुड़े लोगों से भी पहचान हो गई. जिसके बाद उसने खुद की एजेंसी खोल ली. लेकिन रंजीत ने जल्दी पैसा कमाने के लिए ठगी का रास्ता अपना लिया. ये अपने यहां से जिन लड़के-लड़कियों को किसी के घर भेजता, उसे समझा के भेजता था कि तीन से चार दिन में वो भाग आए. इसके बाद वो अपने ऑफिस और फोन नंबर को भी बदल लेता था. पुलिस के मुताबिक रंजीत ने पिछले एक साल में कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है.

नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला शातिर ठग पकड़ा गया

अगर आप प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए घर में काम करने वाली नौकरानी की तलाश में हैं तो सावधान हो जाइए. दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठग को पकड़ा है जो प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था और लोगों को घर में नौकरानी देने के नाम पर 25 से 35 हजार तक ठग लेता था.अगर आप प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए घर में काम करने वाली नौकरानी की तलाश में हैं तो सावधान हो जाइए. दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ठग को पकड़ा है जो प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था और लोगों को घर में नौकरानी देने के नाम पर 25 से 35 हजार तक ठग लेता था.  आरके पुरम पुलिस थाने में पिछले कुछ दिनों में पुलिस को इस तरह की कई शिकायतें मिलीं कि उन्होंने 25 से 35 हजार रुपए प्लेसमेंट एजेंसी को नौकर के लिए दिया. प्लेसमेंट एजेंसी ने नौकरानी भेजी भी, लेकिन वो नौकरानी तीन चार दिन के बाद जरूरी काम बताकर दो दिन की छुट्टी पर गई, फिर वापस नहीं लौटी.  पुलिस को ये भी बताया कि प्लेसमेंट एजेंसी के भी फोन इसके बाद बंद हो जाते हैं. लोगों की शिकायत पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उसे रंजीत रावत के बारे में पता लगा.    रंजीत दिल्ली के मयूर विहार में रहता था, और आरके पुरम में वो प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था. पुलिस ने आरोपी रंजीत को पकड़ लिया है. पूछताछ में रंजीत ने बताया कि वो दस सालों तक प्लेसमेंट एजेंसी में काम कर चुका है. वहां उसे इस काम को करने का पूरा तरीक पता लगा गया, साथ में उसके धंधे से जुड़े लोगों से भी पहचान हो गई. जिसके बाद उसने खुद की एजेंसी खोल ली. लेकिन रंजीत ने जल्दी पैसा कमाने के लिए ठगी का रास्ता अपना लिया.  ये अपने यहां से जिन लड़के-लड़कियों को किसी के घर भेजता, उसे समझा के भेजता था कि तीन से चार दिन में वो भाग आए. इसके बाद वो अपने ऑफिस और फोन नंबर को भी बदल लेता था. पुलिस के मुताबिक रंजीत ने पिछले एक साल में कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है.

आरके पुरम पुलिस थाने में पिछले कुछ दिनों में पुलिस को इस तरह की कई शिकायतें मिलीं कि उन्होंने 25 से 35 हजार रुपए प्लेसमेंट एजेंसी को नौकर के लिए दिया. प्लेसमेंट एजेंसी ने नौकरानी भेजी भी, लेकिन वो नौकरानी तीन चार दिन के बाद जरूरी काम बताकर दो दिन की छुट्टी पर गई, फिर वापस नहीं लौटी.

पुलिस को ये भी बताया कि प्लेसमेंट एजेंसी के भी फोन इसके बाद बंद हो जाते हैं. लोगों की शिकायत पर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उसे रंजीत रावत के बारे में पता लगा.  

रंजीत दिल्ली के मयूर विहार में रहता था, और आरके पुरम में वो प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था. पुलिस ने आरोपी रंजीत को पकड़ लिया है. पूछताछ में रंजीत ने बताया कि वो दस सालों तक प्लेसमेंट एजेंसी में काम कर चुका है. वहां उसे इस काम को करने का पूरा तरीक पता लगा गया, साथ में उसके धंधे से जुड़े लोगों से भी पहचान हो गई. जिसके बाद उसने खुद की एजेंसी खोल ली. लेकिन रंजीत ने जल्दी पैसा कमाने के लिए ठगी का रास्ता अपना लिया.

ये अपने यहां से जिन लड़के-लड़कियों को किसी के घर भेजता, उसे समझा के भेजता था कि तीन से चार दिन में वो भाग आए. इसके बाद वो अपने ऑफिस और फोन नंबर को भी बदल लेता था. पुलिस के मुताबिक रंजीत ने पिछले एक साल में कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है.

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