बुलंदशहर (यूपी): डाक विभाग में कार्यरत राहुल कुमार ने शुक्रवार को ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि राहुल पर ढाई करोड़ रुपये के गबन का आरोप था। घटना से दो दिन पहले, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उनसे पूछताछ की थी।
राहुल ने सुसाइड नोट में खुद को निर्दोष बताया और इस घोटाले के लिए अपने सीनियर अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। नोट में उन्होंने लिखा, “मैं निर्दोष हूं, लेकिन मुझे फंसाया जा रहा है।” उन्होंने अपनी बेगुनाही की गुहार लगाते हुए कहा कि उन पर दबाव बनाया जा रहा था।
परिवार और करीबी लोगों ने भी आरोप लगाया है कि राहुल पर बेवजह आरोप लगाकर मानसिक उत्पीड़न किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सुसाइड नोट को जांच के लिए कब्जे में ले लिया है।
इस घटना ने डाक विभाग और सीबीआई की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या राहुल वाकई दोषी थे, या उन्हें बलि का बकरा बनाया गया? यह सवाल अब जांच के दायरे में है।