समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अखिलेश यादव आंबेडकर प्रतिमा विवाद को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय में शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा खुद ही आंबेडकर जी की प्रतिमाएं तोड़ रही है और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं को तोड़ा गया है, लेकिन सरकार अब तक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं कर पाई है। अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि जब भाजपा के लोग ही इस तरह की घटनाओं में शामिल हैं, तो फिर कार्रवाई किस पर होगी?
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अखिलेश यादव आंबेडकर प्रतिमा विवाद पर आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा का वोट प्रतिशत घट रहा है और लोग महंगाई, बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों पर सवाल कर रहे हैं। ऐसे में सरकार ध्यान भटकाने के लिए नफरत की राजनीति कर रही है।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों (PDAs) के खिलाफ साजिश रचने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि यह वर्ग अब भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति को समझ चुका है और जवाब दे रहा है, इसलिए भाजपा समाज में विभाजन पैदा कर रही है।
मदरसों को लेकर उठाए जा रहे सरकारी कदमों पर भी उन्होंने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर मदरसे अवैध हैं, तो पहले उन्हें रोकने की प्रक्रिया क्यों नहीं अपनाई गई? नक्शा पास न होने का समाधान भी होता है, लेकिन भाजपा केवल नफरत फैलाने और अपना वोट बैंक बचाने में जुटी है।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि जनता ऐसे दोहरे रवैये को पहचानकर जवाब दे। उन्होंने मांग की कि सरकार को तत्काल आंबेडकर प्रतिमा तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।