समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज लालबाग में स्थित महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने वाल्मीकि जयंती के मौके पर समाज में भेदभाव को समाप्त करने का संकल्प लिया।
अखिलेश यादव ने कहा, “महर्षि वाल्मीकि का समाज में एक पूजनीय स्थान है और उन्हें भगवान का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने रामायण के माध्यम से हमें जो सीख दी है, उससे हमें प्रेरणा मिलती है कि हम सामाजिक न्याय के मार्ग पर आगे बढ़ें।”
उन्होंने प्रशासन और शासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मिलकर अन्याय कर रहे हैं। अखिलेश ने समाजवादी पार्टी द्वारा वाल्मीकि जयंती पर छुट्टी घोषित करने का जिक्र करते हुए कहा कि जब उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आएगी, तो वाल्मीकि समाज को वह सम्मान और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जो उन्हें मिलनी चाहिए।
इसके अलावा, मिल्कीपुर चुनाव पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी अपने ही सर्वे में वहां चुनाव हारने की स्थिति में थी, इसलिए उन्होंने बूथ लेवल ऑफिसर्स (बीएलओ) को बदलने का निर्णय लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और प्रशासन के अधिकारियों ने मिल्कीपुर का दौरा किया और उन्हें हार का एहसास हुआ, जिसके बाद चुनाव टालने का फैसला लिया गया।
यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने नागरिकता अधिनियम की धारा 6ए को सही करार दिया
यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का विषय बना हुआ है और मिल्कीपुर चुनाव को लेकर अखिलेश यादव के आरोपों ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं।