गाजियाबाद : गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में आज एक अनोखी घटना घटित हुई, जब डॉक्टर बीपी त्यागी एंबुलेंस लेकर मंदिर पहुंचे। उनका उद्देश्य मंदिर के बाहर एक मेडिकल कैंप लगाना था, लेकिन पुलिस ने उन्हें मंदिर के बाहर ही रोक दिया।
डॉक्टर बीपी त्यागी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने मेडिकल कैंप लगाने के लिए आवश्यक परमिशन ली थी। हालांकि, पुलिस ने इस दावे को नकारते हुए कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई है। डॉक्टर ने बताया कि वे सिर पर दवाइयों के डिब्बे लेकर मंदिर की तरफ बढ़ने लगे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
डासना देवी मंदिर में आज एक महत्वपूर्ण महापंचायत का आयोजन होना था। ऐसे में पुलिस का यह कदम स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं के बीच असंतोष का कारण बना। महापंचायत के आयोजन को लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस के बीच तालमेल की कमी भी नजर आई, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
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डॉक्टर बीपी त्यागी की यह कोशिश लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की थी, लेकिन अनुमति के अभाव में उनका प्रयास विफल रहा। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों के समय स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
इस घटनाक्रम ने गाजियाबाद में स्वास्थ्य सेवा और धार्मिक आयोजन के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता को उजागर किया है। आगे की कार्रवाई और पुलिस की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा की जा रही है, ताकि स्थिति को सामान्य किया जा सके।