कौशांबी। कानपुर में ट्रेन पलटाने की साजिश मामले में एटीएस की टीम ने जनपद काैशाम्बी के दो मदरसों में छापेमारी की है। हालांकि जनपद के पुलिस अधिकारी इस बात से इनकार कर रहे हैं।
जनपद के सराय अकिल एवं चरवा इलाके में बने मदरसों में एटीएस की टीम मंगलवार की शाम को पहुंची थी। यहां पर कई घंटों तक पूछताछ की गयी। लोगों का कहना है कि कार से कुछ लोग यहां पर आये थे। कुछ घंटों बाद यहां से वे लोग चले गये।
लोगों में यह चर्चा है कि दो कट्टरपंथी मौलाना कौशांबी में अपनी पहचान छुपा कर यहां पर रह रहे हैं। वे पीएफआई एजेंट भी हैं। फर्जी तरह से भारतीय नागरिकता लेकर यहां रह रहे हैं। ये नेपाल के रहने वालें हैं, इनमें से एक का नाम फिरोज और दूसरे का नाम अभी पता नहीं चल सका है। इनके खिलाफ कानपुर, फतेहपुर एवं कौशांबी में दीनी तालीम के नाम पर लोगों के ब्रेनवाश करने व देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने का मुकदमा दर्ज है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि प्रदेश व केंद्र की जांच एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। उनके काम करने का तरीका अलग है। जरूरी नहीं कि वह जिस जिले में छापेमारी या कार्रवाई कर रही हों, वहां स्थानीय पुलिस को सूचित करें। ऐसी किसी छापेमारी की जानकारी उन्हें नहीं है।
ALSO READ: अमेरिकी राष्ट्रपति ने दुनिया में फैले तनाव और भारत में हुए चुनावों का किया जिक्र
Vishwavarta | Hindi News Paper & E-Paper National Hindi News Paper, E-Paper & News Portal