चंडीगढ़/अंबाला: एमएसपी लागू करने और अन्य मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन एक बार फिर उग्र होता दिख रहा है।
शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर करीब 10,000 किसान जमा हो गए हैं, जो दोपहर 1 बजे दिल्ली कूच करेंगे। हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं।
शंभू-खनौरी और अंबाला-दिल्ली सीमा पर अर्द्धसैनिक बलों की 29 कंपनियां तैनात की गई हैं। पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर सात स्तरीय बैरिकेडिंग कर दी है, जिसमें सीमेंट की दीवारें, लोहे की कीलें, कंटीली तार, वाटर कैनन वैन और आंसू गैस फेंकने वाले ड्रोन शामिल हैं।
पहला जत्था मरजीवड़ा जाएगा, रेस्क्यू टीम तैयार
किसानों की तरफ से 101 सदस्यीय मरजीवड़ा जत्था सबसे पहले हरियाणा सीमा में दाखिल होगा। इनके साथ 150 सदस्यीय रेस्क्यू टीम भी रहेगी।
हरियाणा पुलिस अलर्ट, धारा 144 लागू
हरियाणा के अंबाला, सिरसा, जींद, और कुरुक्षेत्र सहित कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। शंभू बॉर्डर से आम लोगों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। केवल ट्रेन के जरिए ही पंजाब आने-जाने की सुविधा है।
सिरसा के मलोट, बठिंडा, और मुसाहिबवाला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। एसपी विक्रांत भूषण ने इन सीमाओं पर सुरक्षा का जायजा लिया और जवानों से मॉक ड्रिल करवाई।
पुलिस-किसान टकराव तेज, 34 किसान नेता गिरफ्तार
बुधवार रात जीरो प्वाइंट धरनास्थल पर सो रहे 34 किसान नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लुक्सर जेल भेज दिया। धरनास्थल को जबरन खाली कराया गया। इसके विरोध में किसानों ने बृहस्पतिवार को विभिन्न जिलों में प्रदर्शन किए। पुलिस ने 43 और किसानों को गिरफ्तार किया, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे जीरो प्वाइंट पर महापंचायत बुलाई है। इसमें दिल्ली कूच का आह्वान किया गया है।
क्या होगा आगे?
किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा, लेकिन अगर पुलिस ने रोका तो वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। दूसरी ओर, प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है।
दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन का यह नया चरण एमएसपी लागू करने की मांग को लेकर सरकार और किसानों के बीच टकराव को फिर से गरमा सकता है।