कानपुर । आगामी विधानसभा चुनाव में जीत के लिए भाजपा ने टाेटकाें का सहारा लेना शुरु कर दिया है। इन्हीं वजहों से प्रधानमंत्री मोदी की 18 दिसंबर को होनी वाली कानपुर रैली की तिथि को बदलकर 19 दिसंबर कर दिया गया है।
खबर है यह भी कि प्रधानमंत्री की इस रैली काे सफल बनाने के लिए बीजेपी कार्यकर्त्ताआें द्वारा घर घर जाकर हल्दी आैर पीले चावल भी बांटे जा रहे हैं। जबकि विपक्ष के लाेग इसे खबराें में बने रहने के लिए भाजपा की चाल बता रहे हैं।
दरअसल कानपुर से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने लोकसभा चुनाव का आगाज किया था। यहां विजय शंखनाद रैली 19 अक्टूबर 2013 काे आयाेजित की गई थी। जिसके बाद पार्टी काे यूपी में एतिहासिक सफलता मिली थी। अचानक पीएमआे ने रैली की तारीख में बदलाव कर दिया। रैली 18 दिसंबर के बदले 19 दिसंबर काे की जाएगी।
भाजपा नेता मोहित दुबे ने बताया कि 19 तारीख पार्टी के लिए लकी है। एक बार फिर इसी तारीख से मोदी जी यूपी के परिवर्तन का आगाज करने जा रहें है। यह तारीख हमारे लिए सौभाग्यशाली साबित और इतिहास रचने जा रही है। 19 तारीख पार्टी के लिए ऐतिहासिक व सौभाग्यशाली है।
कांग्रेस के बिठूर विधानसभा प्रत्याशी अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि भाजपा तो टोटकों और जुमलों की पार्टी है, हर बार पार्टी ऐसे ही टोटके और जुमले छोड़ती रहती है। इस बार 2017 के विधानसभा चुनाव में उनके टोटके जुमले काम नहीं आने वाले।
समाजवादी पार्टी के गोविन्द नगर विधानसभा के प्रत्याशी सुनील शुक्ला ने कहा कि सरकारें झूठ और फरेब से नहीं बनती। सरकारें हमेशा विकास कार्यो से बनती हैं। भाजपा के पास केवल टोने टोटके ही हैं ।
सभी राजनैतिक पार्टियों के बयानों पर विराम लगाते हुए प्रसिद्द ज्योतिषाचार्य के.ए. दुबे पदमेश ने बताया कि तारीख और समय के पंचांग को देखकर 19 अक्टूबर 2013 को गृह और नक्षत्र भाजपा के पक्ष में थे, जिसमें भाजपा को अप्रत्याशित सफलता मिली थी। लेकिन इस बार 19 दिसम्बर 2016 को गृह नक्षत्रों के हिसाब से समय भाजपा के अनुकूल नहीं है। रैली तो सफल होगी लेकिन इसका चुनावों के परिणाम पर अनुकूल असर नहीं पडेगा ।