लखनऊ में पुलिस कस्टडी में व्यापारी मोहित पांडेय की मौत से हंगामा। परिजनों ने मंत्री आवास के सामने विरोध प्रदर्शन किया। सपा नेत्री पूजा शुक्ला हिरासत में।
लखनऊ। पुलिस हिरासत में व्यापारी मोहित पांडेय की मौत के मामले में लखनऊ में हंगामा तेज हो गया है। शनिवार रात मोहित के परिवारजनों और समर्थकों ने लोहिया अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। रविवार को मृतक की मां, पत्नी और अन्य लोग विभूतिखंड में मंत्री आवास के सामने धरने पर बैठ गए। बढ़ते विरोध को देखते हुए पुलिस ने शव को वहां से हटाकर मृतक के घर पहुंचाया।
इस मामले में सपा नेत्री पूजा शुक्ला भी विरोध जताने पहुंची। उन्हें पुलिस ने वहां से जबरन हटाया और हिरासत में लिया। बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला भी मौके पर पहुंचे और इस घटना में पुलिस की गलती को स्वीकार करते हुए परिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने का आश्वासन दिया।
घटना की शुरुआत 600 रुपए के विवाद से हुई
मोहित पांडेय और उसके दोस्त आदेश के बीच 600 रुपए के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। आदेश ने पुलिस को बुलाया, जिसके बाद पुलिस मोहित को हिरासत में थाने ले गई। मोहित के भाई शोभाराम को भी छुड़ाने की कोशिश में हिरासत में ले लिया गया और दोनों की पिटाई हुई, जिससे मोहित की मौत हो गई।
टाइमलाइन:
25 अक्टूबर: रात 8-9 बजे के बीच पुलिस को झगड़े की सूचना, मोहित को हिरासत में लिया।
26 अक्टूबर: दोपहर 3 बजे मोहित की मौत की सूचना आई। शाम को परिवार ने विरोध प्रदर्शन किया।
27 अक्टूबर: घटना से जुड़े CCTV फुटेज जारी किए गए।
परिवार का सवाल है कि पुलिस ने केवल 5 मिनट का ही CCTV फुटेज क्यों जारी किया जबकि पूरी घटना 17 घंटे तक चली।